CG ठंड अलर्ट: आज से बढ़ सकती है ठंड.... आज से शुष्क हवाओं के आने की संभावना.... यहां तापमान में गिरावट होने की संभावना.... घना कोहरा छाने की भी संभावना.... देखें कहां कैसा रहेगा मौसम.....

CG ठंड अलर्ट: आज से बढ़ सकती है ठंड.... आज से शुष्क हवाओं के आने की संभावना....  यहां तापमान में गिरावट होने की संभावना.... घना कोहरा छाने की भी संभावना.... देखें कहां कैसा रहेगा मौसम.....

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रायपुर। प्रदेश में आज से उत्तर छग में शुष्क हवाओं के आने की सम्भावना है। जिसके कारण प्रदेश में आज दिनांक 24 नवंबर को मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की सम्भावना है। प्रदेश के उत्तरी भाग में शुष्क और ठंडी हवा के आने के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है । शेष छग में अधिकतम और न्युनतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होने की सम्भावना है। आज प्रदेश के कुछ पैकेट में हल्की से मध्यम घना कोहरा छाने की सम्भावना है।

वहीं जम्मू-कश्मीर में तापमान शून्य से नीचे जाने के बाद अब उत्तर भारत के राज्यों में ठंड का प्रकोप बढ़ने वाला है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों में उत्तर भारत के कुछ राज्यों में सीजन का पहला शीतलहर देखने को मिल सकता है। पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में शीतलहर की संभावना जताई गई है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी कर दिया है। राजधानी दिल्ली में भी ठंड ने दस्तक दे दी है। सोमवार को यहां न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह के वक्त न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि सुबह 10 बजे तापमान बढ़कर 14.4 डिग्री हो गया। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की मानें तो दिल्ली में अभी शीतलहर के आसार नहीं हैं। हालांकि, यहां तापमान में 8 से 9 डिग्री की गिरावट दर्ज किए जाने की आशंका है। यह सामान्य से 3-4 डिग्री कम है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देर रात तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा यहां हल्की धुंध भी रही।

श्रीनगर में तापमान शून्य से नीचे पहुंच चुका है। बीती रात सीज़न की सबसे ठंडी रात रेकॉर्ड की गई। इस दौरान माइनस 2.3 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। मौसम विज्ञान के एक्सपर्ट्स ने बताया कि हिमालय से होकर गुजरने वाले उत्तर-पश्चिमी ठंडी और शुष्क हवाओं के बहने से उत्तर भारत में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। ये हवाएं जब भी मैदानी इलाकों में पहुंचती हैं, वहां सर्दी बढ़ जाती है।