पचपेड़ी पुलिस की मिलीभगत से पचपेड़ी थाना के बैरक के लिए आवंटित जमीन पर रातों रात कब्जा कर बना दिया गया रोड थाना के जस्ट सामने ही हो रहा यह खेल पढ़े पुरी खबर

पचपेड़ी पुलिस की मिलीभगत से पचपेड़ी थाना के बैरक के लिए आवंटित जमीन पर रातों रात कब्जा कर बना दिया गया रोड थाना के जस्ट सामने ही हो रहा यह खेल पढ़े पुरी खबर
पचपेड़ी पुलिस की मिलीभगत से पचपेड़ी थाना के बैरक के लिए आवंटित जमीन पर रातों रात कब्जा कर बना दिया गया रोड थाना के जस्ट सामने ही हो रहा यह खेल पढ़े पुरी खबर

बिलासपुर//पचपेड़ी थाना क्षेत्र में आजकल अजीबोगरीब घटनाएं हो रही है वैसे तो आप लोगों ने ग्रामीणों द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा करते बहुत बार सुना होगा पर यह मामला हटके हैं मामला पचपेड़ी थाना के जस्ट सामने पुलिस वालों के लिए बने बैरक के पास की है कुछ लोगों ने पचपेड़ी थाना के बैरक के लिए आवंटित जमीन पर रातों-रात रोड खड़ा कर दिया है जिसको लेकर ग्रामीणों में भी चर्चा हो रही है आखिर ऐसा हो क्यों रहा है और थाना स्टाफ के बैरक के लिए आवंटित जमीन पर कौन कब्जा कर रातो रात रोड बना रहा है पचपेड़ी के ही रहने वाले कुछ ग्रामीणों ने बताया कि यह जमीन बैरक के लिए अलॉट की गई थी पर कुछ लोग रोड बनाकर पीछे की जमीन को प्लाट काटकर बेचने की फिराक में हैं लेकिन ताज्जुब की बात तो यह है कि अभी तक इसको लेकर पचपेड़ी पुलिस के द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है अब देखना यह होगा कि पचपेड़ी थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज इस पर क्या एक्शन लेते हैं यह निश्चित रूप से एक बड़ा मुद्दा है क्योंकि आज तक ऐसा देखने को नहीं मिला है कि कोई व्यक्ति सरकारी आवंटित जमीन को कब्जा कर ले और उस पर कोई कार्यवाही ना हो यह समझ से बिल्कुल परे है कि पचपेड़ी पुलिस अभी तक शांत और चुप क्यों बैठी है ग्रामीणों ने बताया कि जहां पर बिल्डर प्लाट काटकर अपनी जमीन बेचना चाह रहा है वहां जाने के लिए पीछे से रास्ता है जिसके वजह से लोग उस जमीन पर इंटरेस्ट नहीं ले रहे हैं लेकिन वही रास्ता अब सामने से बना दिया गया है जिससे बिल्डर को कस्टमर जल्दी मिल जाएगा और जमीन भी बिक जाएगी और ताज्जुब की बात तो यह है कि यह रोड बनते किसी ने नहीं देखा है पर रोड बन गया है क्योंकि यह पूरा काम रात में किया गया ताकि किसी को भनक भी ना लगे और रोड भी बन जाए बिना विवाद के समस्या दूर हो जाए बहरहाल अब देखना यह होगा कि उच्च अधिकारी क्या एक्शन लेते हैं और क्या विभाग के उच्चाधिकारी बिल्डरो के मंसूबों को पूरा होने देंगे या अपने विभाग की जमीन को छुड़ा लेंगे