CG में जंगली हाथियों का आतंक ...दस एकड़ धान की खड़ी फसल को किया तबाह..किसानों को कर्ज चुकाने के साथ परिवार चलाने की चिंता बढ़ी....

CG में जंगली हाथियों का आतंक ...दस एकड़ धान की खड़ी फसल को किया तबाह..किसानों को कर्ज चुकाने के साथ परिवार चलाने की चिंता बढ़ी....
CG में जंगली हाथियों का आतंक ...दस एकड़ धान की खड़ी फसल को किया तबाह..किसानों को कर्ज चुकाने के साथ परिवार चलाने की चिंता बढ़ी....

छत्तीसगढ़ धमतरी वन मंडल अंर्तगत दुगली वन परिक्षेत्र की वनाँचल की ग्राम दिनकरपुर में सिकाशेर हाथियों की दल ने बीते रात्रि किसानों की खड़ी फसल को तहस नहस कर दिया है।वहीं रैनूराम मरकाम की 4 एकड़ खड़ी एवं कटे फसल को,पुनीत राम नेताम की दो एकड़ फसल को,साथ ही पार्वती नेताम के 4 एकड़ खड़ी धान के फसल को भारी मात्रा में नुकसान पहुँचाये हैं जिनसे किसान चिंतित हो गए हैं किसानों ने बताया कर्ज लेकर खरीब की फसल तैयार किए थे सहकारी केन्द्र के साथ ब्यवसायी लोगों से कर्ज लेकर फसल तैयार किए थे अब किसानों को कर्ज चुकाने की चिंता बढ़ी हुई है वहीं परिवार चलाने की भी चिंता बड़ गई है।किसानों ने नम आंखों से बताया बीते सोमवार की रात्रि तकरीबन संध्या 7 बजे के आस पास तकरीबन 33 की संख्या में हाथियों ने जंगल से लगे किसान रैनूराम मरकाम,पुनीत राम मरकाम,पार्वती नेताम की खेतों में प्रवेश किया और दस एकड़ की खड़ी फसल को तबाह कर दिया।किसानों व्दारा हाथियों को खदेड़ने का प्रयास जरूर किया मगर तत्काल खदेड़ने में उन्हें सफलता नहीं मिली।हाथियों का तादाद बहुत ज्यादा थे साथ ही हाथियों के साथ शावक हाथी भी थे जिस वजह से आसानी से खेतों से बाहर नहीं हुए।इस दौरान गजवाहन के साथ वनविभाग की गस्ती दल भी स्पाट पर पहुंचे मगर हाथियों की संख्या के सामने कमजोर साबित हुए बहुत समय गुजरने के बाद जब मशाल फटाके का उपयोग किया गया तब जाके हाथी खेतों से बाहर निकले जब तक किसानों की तकरीबन दस एकड़ फसल बर्बाद कर चुके थे।हाथियों की आतंक से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है।जानमाल का नुकसान का डर हमेशा बना हुआ है क्योंकि हर रात कोई न कोई गाँव में हाथियों का दल नुकसान पहुँचा रहे हैं रविवार को ग्राम गोहाननाला के किसानों की खेतों में पहुँचकर नुकसान पहुँचाए थे।फिरहाल जबर्रा जंगल की कक्ष क्रमांक 263/264 के आस पास हाथियों का ठहरने का लोकेशन मिल रहा है।वहीं क्षेत्र के किसान दुगली परिक्षेत्र अधिकारी की कार्यकुशलता से नराजगी जताए किसानों की नुकसान के प्रति अभी तक स्थल निरक्षण नहीं होने पर दुख जताए।वहीं पूर्व में हाथियों व्दारा किसानों की नुकसान की पर्याप्त मात्रा में मुआवजा नहीं मिलने से किसान नाराज हैं।इस दौरान दिनकरपुर के किसान मुन्नालाल नेताम मदन मरकाम,सुंदरू मरकाम,भरूऊ राम ओटी,मिथलेश सोरी ने गांवों में विभागीय गस्ती बढ़ाने की माँग सहित पीड़ित किसानों को तत्काल मुआवजा की माँग शासन प्रशासन से की है।