छ.ग बालोद क्षेत्र की बेटी नरगिस 6वी क्लास की छात्रा है और आवेदन किया 10वी की परीक्षा देने की शिक्षा वो सीढ़ी है जिसमे चढ़कर ही सपनों की उड़ान को सच किया जा सकता है, पढ़े जरूर.
Nargis, the daughter of Chhattisgarh Balod region, is a student..




NBL, 22/04/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Nargis, the daughter of Chhattisgarh Balod region, is a student of class 6th and applied for education to take the 10th examination. Education is the ladder in which the flight of dreams can be made a reality by climbing, definitely read.
छ.ग बालोद: कक्षा छठवीं में पढ़ने महज 11 साल की छात्रा पीएससी टॉपर बनने की लक्ष्य लिए 10वीं बोर्ड परीक्षा देने की तैयारी कर रही है. इसके लिए छात्रा की पिता ने अनुमति देने बालोद शिक्षा विभाग के साथ माध्यमिक शिक्षा मंडल को पत्र लिखा है, पढ़े विस्तार से..
गांव में रहकर पढ़ाई करने वाली किसान की बेटी केजी वन से लेकर कक्षा पांचवी तक की परीक्षा में हमेशा अव्वल स्थान पर रही है.
शिक्षा वो सीढ़ी है जिसमे चढ़कर ही सपनों की उड़ान को सच किया जा सकता है. कुछ इसी तरह बालोद जिले के एक छोटे से गांव घुमका की रहने वाली एक किसान की बेटी नरगिस अपने सपने को साकार करने दिलों जान से जुटी है. यह उसका जज्बा ही है, जिसकी बदौलत वह अपने घर से लगभग 10 किलोमीटर का सफर तयकर जिला मुख्यालय बालोद पढ़ाई करने के लिए जाती है.
नरगिस वर्तमान में स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल में कक्षा 6वीं छात्रा है. छात्रा के पिता फिरोज खान पेशे से किसान हैं, तो वहीं माता नाजमीन बानो गृहणी हैं. किसान परिवार की नरगिस बिना किसी कोचिंग के यूट्यूब व सोशल मीडिया की माध्यम से पढ़ाईकर KG वन से कक्षा पांचवी तक की परीक्षा में A+, A++ परिणाण लेकर आई है.
अधिकारी मान रहे बच्ची में है काबिलियत...
नरगिस के साथ-साथ उनके माता-पिता भी इच्छा है कि उनकी बेटी कक्षा 6वीं में पढ़ाई करते हुए 10वीं बोर्ड की परीक्षा दे, जिसके लिए वे अपनी बिटिया को पूरी तरह सक्षम मानते हैं. जिसके लिए उन्होंने 10वीं बोर्ड की परीक्षा में बैठने के लिए संबंधितों को पत्र लिखा है. जिला शिक्षा अधिकारी पीसी मारकले मानते हैं कि छात्रा में काबिलियत है, लेकिन नियम के अनुसार छात्रा की आईक्यू टेस्ट करना होगा. पिता का आवेदन मिलने के बाद हमने माध्यमिक शिक्षा मंडल को पत्र भेज दिया है.
कलेक्टर ने बताया जिले के लिए गर्व. .
कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने बच्ची के संबंध में बताया कि उसकी प्रतिभा पर जिले को गर्व है. वह 10वीं की परीक्षा देना चाह रही है, जिसकी एक प्रक्रिया है. प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा. इस पर फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता है. हां, यह जरूर बच्ची की विलक्षण प्रतिभा पर हमें गर्व है. उसकी पढ़ाई के लिए किसी प्रकार के लिए जो भी जरूरत होगी, वह प्रशासन की ओर से पूरा किया जाएगा।