सफाई कर्मचारियों की भर्ती को लेकर वर्ष 2022-2023 के बजट में वाल्मीकि (मेहतर) समाज द्वारा मुख्यमंत्री को भेजा पत्र




(नया भारत लाइव) भीलवाड़ा। वाल्मीकि महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र नकवाल ने बजट 2022-2023 में वाल्मीकि (मेहतर) समाज के उत्थान व जनसंख्या/क्षेत्रफल के आधार पर सभी नगरपालिकाओं, नगर परिषदों व नगर निगमों मे सफाई कर्मचारियों की भर्ती को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेजा। प्रदेश अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र नकवाल ने बताया कि, ज्ञापन में वाल्मीकि (मेहतर) समाज जो हजारों वर्षों से अपना मानव धर्म समझ कर अन्य सभी समाजों की सेवा करता आ रहा है, उसके बावजूद तिरस्कार, छुवाछुत, भेदभाव व गरीबी का दंश झेलने को मजबूर है फिर भी लगातार तीन वर्षों से कोरोना महामारी के काल मे अपने परिवार की परवाह न करतें हुए सर्व समाज की भलाई के लिए अपनी जान हथेली पर रखकर सेवा का कार्य कर रहा है। राजस्थान मे किसी भी बजट मे वाल्मीकि (मेहतर) समाज के हितों के लिए कोई भी लाभकारी घोषणा नही की गई।
जबकि यह वाल्मीकि (मेहतर) समाज द्वारा कोरोना काल के समय में जब लोग अपनी जान बचाने के लिये घरों में बैठे थे, तब भी वाल्मीकि (मेहतर) समाज गंदगी को साफ कर रहा था ओर उनकी लाशों का दाहसंस्कार भी कर रहा है ऐसे मे सरकार द्वारा हमारे समाज की अनदेखी करना इस समाज के साथ जबरदस्त भेदभाव ओर घोर अन्याय है। ज्ञापन में वाल्मीकि (मेहतर) समाज जो सदियों से साफ - सफाई का कार्य करता आ रहा है उसे ही सफाई कर्मचारियों की भर्ती मे सौ प्रतिशत प्राथमिकता मिलना सुनिश्चित करावें व 2018 की भर्ती मे गैर वाल्मीकि समाज के नियुक्ति पाने वाले कर्मचारियों से सफाई का कार्य ही करवाया जाने का सख्त आदेश दिलाये जाने व प्रत्येक जिले मे वास्तविक जरूरत वाले सफाई कर्मचारियों की कॉलोनीयां बनाई जावें तथा सफाई कर्मचारियों के परिवार की सुरक्षा व शिक्षा का इन्तजाम सुनिश्चित करने का भी प्रावधान लाकर राहत दिलाने की मांग की गई।