IPS ने ली स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति :- ये IPS करना चाहती है कृष्ण की भक्ति…..IPS भगवा वस्त्र पहन पहुंचीं ऑफिस... अब वृंदावन में होंगी भक्ति में लीन….23 साल की सर्विस में कई बार बटोरी सुर्खियां…ये 2 IPS पहले भी पकड़ चुके हैं भक्ति की राह……




अंबाला 3 दिसम्बर 2021। कृष्ण भक्ति में रम चुकी हरियाणा कैडर की 1998 बैच की आईपीएस भारती अरोड़ा की आईपीएस नौकरी का 30 नवंबर 2021 अंतिम दिन रहा. आईपीएस की नौकरी को रिटायरमेंट से 10 साल पहले ही 'नमस्ते' कर देने वाली और अपराधियों में खौफ का पहला नाम रही भारती अरोड़ा. नौकरी के अंतिम दिन जब अपने दफ्तर (अंबाला रेंज आईजी आफिस) पहुंची तो वे पहचान में ही नहीं आ रही थीं. उन्होंने बदन पर खाकी वर्दी की जगह भगवा-वस्त्र (गेहुंआ भगवा चोला) धारण कर रखा था. माथे पर उनके सुहाग की निशानी बिंदी के नीचे चंदन के तिलक का लंबा टीका लगा था
भारती अरोड़ा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में कबूतरबाजी के नाम पर लोगों का जीवन और पैसा हड़पने वाले 550 लोगों को हमने गिरफ्तार किया व पैसे की रिकवरी भी की. पिछले दस साल में इतने केस दर्ज नहीं हुए. उनको गृहमंत्री और सीएम ने कबूतरबाजों द्वारा की जा रही ठगी के मामलों में एक्शन लेने के लिए एसआईटी का मुखिया बनाया था. अंबाला करनाल में रहते हुए भारती अरोड़ा ने बड़े बड़े कबूतरबाजों को गिरफ्तार कर जेल में भेजा. इतना ही नहीं, उनसे रिकवरी कर उन गरीब युवाओं के परिवारों की मदद का बड़ा काम हुआ, जिनका सारा कुछ बर्बाद हो गया था, साथ ही बिना किसी कुसूर के बाहर के देशों में जेलों में रहना पड़ा था. इसी तरह से गौवंश को बचाने के लिए भी भारती अरोड़ा ने गौ तस्करी वाले इलाकों में खास अभियान चलाए. उसमें भी उन्हें काफी सफलता मिली, लोगों का साथ भी मिला.
बता दें कि आइपीएस भारती अरोड़ा ने भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति की राह पर चलने के लिए एक अगस्त 2021 को वीआरएस मांगी थी, लेकिन राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने पुनर्विचार के लिए फाइल पर नोङ्क्षटग लिख दी थी। अरोड़ा अपने फैसले पर कायम रहीं, जिसके चलते दोबारा से फाइल डीजीपी मुख्यालय से होते हुए गृह मंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री तक पहुंची थी। इसके बाद वीआरएस पर मुहर लगा दी गई। भारती अरोड़ा हरियाणा में राजकीय रेलवे पुलिस में एसपी, अंबाला एसपी, कुरुक्षेत्र एसपी, राई स्पोट्र्स काम्प्लेस में प्रिंसिपल, करनाल रेंज में आइजी रही हैं।
आइजी के रिलीव होने से पहले उनके सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान मंडल आयुक्त रेनू फुलिया, डीसी विक्रम सिंह, एसपी अंबाला जशनदीप सिंह रंधावा, पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र और यमुनानगर के पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल, अतिरिक्त-पुलिस अधीक्षक पूजा डाबला व अन्य पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया। भारती अरोड़ा ने हरियाणा पुलिस विभाग में साहसिक, अनुभवी, कुशल नेतृत्व, धार्मिक आस्था/भक्तिभाव रखने व ईमानदार महिला पुलिस अधिकारी के रूप में 23 वर्ष तक सेवा करने उपरान्त करीब 10 वर्ष पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्राप्त की है।
भारती अरोड़ा की शादी हरियाणा काडर के आईपीएस अधिकारी विकास अरोड़ा से हुई है. विकास अरोड़ा फिलहाल फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर हैं. भारती अरोड़ा राई स्पोर्ट्स स्कूल की प्रिंसिपल भी रह चुकी हैं, जहां उन्होंने कई बेहतर काम किए.
भारती अरोड़ा 1998 बैच की आइपीएस अफसर हैं, जबकि सात सितंबर 1998 को अपनी सर्विस शुरू की थी। आइपीएस भारती अरोड़ा की फाइल पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सरकार उनकी सेवानिवृत्ति की इच्छा पर क्या निर्णय लेती है, पता नहीं, लेकिन आज सरकार के फैसले पर सभी की निगाहें टिकी हैं। इस दिन सरकार उनकी प्रार्थना पर अपना निर्णय ले सकती है।
वर्ष 2004 से वृंदावन के प्रति भारती अरोड़ा के मन में मोह पैदा हुआ। उनका कहना है कि अब वृंदावन धाम में लोगों को भक्ति की राह दिखानी है। अपना जीवन वृंदावन धाम में ही अब बिताना है। वह अंबाला कैंट में रोजाना सत्संग में पाठ सुनने के लिए आती हैं। वीआरएस के लिए पुलिस महानिदेशक को लिखे पत्र में आईजी भारती अरोड़ा ने लिखा है कि पुलिस सेवा उनके लिए गर्व और जुनून रही है लेकिन आगे का जीवन वह प्रभु चरणों में बिताना चाहती हैं।50 साल की आईपीएस अधिकारी ने इसके लिए सरकार से तीन महीने के नोटिस पीरियड में भी छूट देने का आग्रह किया है।
दो आईपीएस पहले भी पकड़ चुके हैं भक्ति की राह :
इससे पहले भी दो आईपीएस अधिकारी भक्ति की राह पकड़ चुके हैं। कृष्ण भक्ति में डूबकर राधा का रूप धारण करने वाले यूपी के पूर्व आईजी डीके पांडा 2005 में खूब चर्चा में थे. तब उन्होंने खुद को दूसरी राधा और कृष्ण की प्रेमिका घोषित किया था। स्त्रीवेश में अपनी साधना का स्वरूप भी उन्होंने सार्वजनिक कर दिया था. इसी तरह बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे अब वे गेरुए कपड़े में कथावाचक की भूमिका में आ गए हैं। हाल में गुप्तेश्वर पांडे ने कहा था कि उन्होंने अपने आपको भगवान को समर्पित कर दिया है।