कभी अकेले चलना पड़े तो डरना मत, क्योंकि श्मशान, शिखर और सिंहासन पर एक ही व्यक्ति अकेला होता है।

Do not be afraid if you ever have to walk alone, because

कभी अकेले चलना पड़े तो डरना मत, क्योंकि श्मशान, शिखर और सिंहासन पर एक ही व्यक्ति अकेला होता है।
कभी अकेले चलना पड़े तो डरना मत, क्योंकि श्मशान, शिखर और सिंहासन पर एक ही व्यक्ति अकेला होता है।

NBL, 30/04/2023, Lokeshwer Prasad Verma Raipur CG: Do not be afraid if you ever have to walk alone, because only one person is alone at the crematorium, the peak and the throne.

हम इंसान कितना ही जतन चालाकी कर लेवे, लेकिन हमको हर हाल में अकेला ही जाना पड़ता है, और यह सत्य का स्वरूप हम आप सभी धर्मो के लोगों को मालूम है, फिर भी हम इंसान अपने आप से गलती करते रहते हैं, भूल जाते हैं हम इंसान किस पुण्य से कितना हमें फ़ायदा होता है और किस पाप से हमें क्या नुकसान होता है, लेकिन हम इंसान इतना अंजान क्यों? 

सदियों पहले भारत सत्य के कठिन मार्गो पर चलकर भी खुश रहा करता था, और सभी अपने वर्णो के अनुसार अपना अपना कर्म बड़ा ईमानदारी के साथ किया करते थे, यही भारत का विशेषता था, जो अन्य देशों के लोगों को अचनभित कर देता था, ये कैसा संभव हो सकता है, इतना विशाल भारत के अंदर कोई लड़ाई कोई झगड़े, व कोई किसी प्रकार से यहाँ के लोगों के अंदर आपसी मतभेद नहीं है सभी भारतीयो के अंदर दया ममता उदारता मानवता का ज्ञान छुपा है, ये कैसा भारत है जो कई रहस्यों से भरा हुआ है, इसलिए इन रहस्यों को मिटाने के लिए विदेशी दुश्मन लोग भारत के मंदिरों व देश के संप्रभुता को मिटा रहे थे, लेकिन नही मिटा पाए, और आज भी अटल है भारत के इतिहास, जो हमारे पूर्वजों के विज्ञान को देखकर व शोध कर आज के आधुनिक विज्ञान हमारे पूर्वजों के विज्ञान के रहस्यों को सुलझा नही पा रहे हैं, ना ही सुलझा पाएंगे ऐसा विकास शील देश हमारे भारत देश है, जो अनवरत अपने आप को बचाते आ रहा है, और भारत को मिटाने वाले खुद मिट गया और भारत अपना इतिहास अपने नये पीढी को बता रहे हैं हम कितना महान भारत है, और इस भारत के संप्रभुता को बचाये रखना आप सभी भारतीय नागरिको का कर्तव्य बनता है, नही तो आज भी भारत के अंदर बाहर दुश्मन बैठे है, जो भारत को खंड खंड करना चाहते हैं, लेकिन आप भारत के सच्चे देशभक्त नागरिको अपने भारत देश को स्वयम खंड खंड होने से बचाना बल्कि अपने मातृ भूमि भारत को अखण्ड भारत बनाये रखना है। 

हम भारतीयो के चार वर्ण व्यवस्था था और आज भी है, जो सदियों से एक साथ भारत में रहते हैं, और अपने वर्ण के अनुसार अपने कर्म को बड़े अच्छे से निभाते हुए खुशहाल जीवन जिया करते थे, ना ही इन चार वर्णों में कोई आपसी मतभेद था नही कभी हुआ करता था यही सब दृश्य को विदेशी आक्रांता मुगल और अंग्रेज देखकर एक नीति बनाई फुट डालो और राज करो नीति जो भारत के चार वर्णो के आपसी भाईचारा को तोड़ने में कामयाब हो गए और यह चार वर्णो का मतभेद आज भी भारतीय समाज के अंदर व्याप्त है, जो सभी देशवासियों चार वर्णो के खंड खंड से आज भारत खंड खंड हो गए हैं, जो आज के राजनीतिक दलों के लिए वोट बैंक बन गया है, ये चार वर्णो के लोग जो इन विदेशी आक्रांताओ से भी भयंकर खतरनाक है आज के भारत का भारतीय राजनीति जिसको रोकना हम सभी देशवासियों का दायित्तव बनता है नहीं तो ये चार वर्ण भेद भारत को अखण्ड भारत नहीं बनने देगी, जो विदेशी चाल था फुट डालो और राज करो नीति को जड़ से मिटाने का समय आ गया है अब हम नया आधुनिक भारत में हम भारतीय लोग नहीं जाग पाए तो कभी नहीं जाग पावोगे। मुगल और अंग्रेजो को भगाया भारत देश से वैसा ही हम भारतीय मिलकर इस चार वर्णो के मतभेदों को भगाना पड़ेगा तब हम सभी देशवासियों को सच्ची आजादी मिलेगी आधे अधूरे आजादी हमें नही चाहिए संपूर्ण आजादी चाहिए। 

क्योकि हम भारत वासी इन तीन भेद को जानते हैं: कभी अकेले चलना पड़े तो डरना मत, क्योंकि श्मशान, शिखर और सिंहासन पर एक ही व्यक्ति अकेला होता है। और हम भारतीय का एक ही सिहासन है भारत की आखंडता और आपसी भाईचारा, जो विदेशी लोगों के लिए रहस्यों से कम नहीं है भारत और हम सभी भारतीय लोग। अब जग गया...