CG - ट्रिपल मर्डर केस की सुलझी गुत्थी : एक ही परिवार के 3 लोग की हुई थी हत्या, एक महिला गिरफ्तार, ऐसे सुलझी अंधे कत्ल की गुत्थी....
छत्तीसगढ़ के कोरबा के ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पति-पत्नी और बच्चे की मौत की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। साथ ही इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है।




कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा के ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पति-पत्नी और बच्चे की मौत की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। साथ ही इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक मृतक ने गिरफ्तार महिला के मकान के निर्माण की ठेकेदारी की थी। काम पूरा होने के बाद महिला बकाया रकम काफी समय से नहीं लौटा रही थी।
इधर, काम करने वाले मजदूर अपनी मजदूरी के लिए ठेकेदार पर लगातार दबाव बना रहे थे। इस बात से परेशान होकर युवक ने पत्नी और बच्चे की हत्या कर खुद भी आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने एक महिला को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है। महिला द्वारा 1.88 लाख रूपए नहीं दिए जाने से परेशान होकर उक्त कदम उठाने का उल्लेख मृतक ने सुसाइट नोट में किया था।
उरगा थाना अंतर्गत ग्राम कुकरीचोली में निवासरत रजक परिवार में पति पत्नी और बच्चे की 9 मई को हत्या हो हुई थी। एक ही कमरे में पति-पत्नी और मासूम की लाश मिली थी। जयराम रजक मजदूरी के साथ-साथ ठेकेदारी भी करता था। बुधवार 8 मई की रात में परिवार के साथ खाना खाकर सो गया था और अगले दिन 9 मई की सुबह तीनों की लाश घर के अंदर मिली। पत्नी और बच्चे का शव पलंग में और पति की लाश बगल में थी। तीनों के ऊपर धारदार हथियार के निशान थे। घर में चारों तरफ खून बिखरा हुआ था । पुलिस और सायबर की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई।
पुलिस को कमरे से सुसाइट नोट भी मिला था। सुसाइट नोट में जयराम ने मकान निर्माण का बकाया राशि एक लाख 88 हजार 100 रुपए संतोषी पति लाल सिंह निवासी सिलयारीभाठा द्वारा नहीं दिए जाने पर मरने जाने का, उल्लेख किया था। इसके आधार पर पुलिस ने मृतक के साथ काम करने वाले मिस्त्री, लेबर, रेजा का बयान पुलिस ने लिया। जांच उपरांत पुलिस ने मामले में धारा 306 को जोड़ते हुए संतोषी जगत के विरूद्ध पंजीबद्ध किया। विवेचना के बाद संतोषी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।