CG - गोंचा महापर्व का बस्तर में हुआ आगाज, रथ की परिक्रमा 26 दिनों तक प्रतिदिन किये जायेंगे, बस्तर में गोंचा पर्व का इतिहास करीब 617 साल पुराना है...

CG - गोंचा महापर्व का बस्तर में हुआ आगाज, रथ की परिक्रमा 26 दिनों तक प्रतिदिन किये जायेंगे, बस्तर में गोंचा पर्व का इतिहास करीब 617 साल पुराना है...
CG - गोंचा महापर्व का बस्तर में हुआ आगाज, रथ की परिक्रमा 26 दिनों तक प्रतिदिन किये जायेंगे, बस्तर में गोंचा पर्व का इतिहास करीब 617 साल पुराना है...

बस्तर में आज से आगाज हुआ गोंचा महापर्व, 26 दिनों तक प्रतिदिन किये जायेंगे रथ की परिक्रमा...

जगदलपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर में आज शनिवार से प्रसिद्ध गोंचा पर्व शुरू हो रहा है, जगदलपुर के जगन्नाथ मंदीर में चंदन जात्रा विधान किया गया। चंदन से देव विग्रहो को चंदन स्नान करवाया गया, उसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। 

आज के बाद से 26 दिनों तक रथ परिक्रमा समेत अलग अलग विधान किये जायेंगे, बस्तर में गोंचा पर्व का इतिहास करीब 617 साल पुराना है इसका इतिहास ओड़िसा के  जगन्नाथ पुरी से जुड़ा है। जगदलपुर के 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज ने बताया कि जगन्नाथ मंदिर में बनाए गए मुक्ति मंडप में देव विग्रहों को अनसर काल के दौरान यहां रखा जाएगा भगवान जगन्नाथ देवी सुभद्रा और बलभद्र के 22 विग्रह को रखेंगे, 23 जून से भगवान जगन्नाथ अनसर काल में रहेंगे 6 जुलाई को उत्सव विधान होगा इसके बाद भक्त प्रभु के दर्शन कर पाएंगे। 

01- विवेक पांडे (गोंचा पर्व अध्यक्ष) 
02- ईश्वर् नाथ खंभारी ( जिला अध्यक्ष)