Bank Strike in February 2022: ध्यान दें.... फरवरी में 12 दिन बंद रहेंगे बैंक.... टल गई हड़ताल.... अब इन तारीखों को बैंकों में नहीं लटके मिलेंगे ताले!......
Bank Strike in February 2022 Central Trade Unions Bank Employees Strike Country-wide General Strike Privatisation of Banks




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नई दिल्ली। बैंक कर्मचारी 23 और 24 फरवरी को एक बार फिर हड़ताल करने वाले हैं थे। देशभर में बैंक कर्मचारी दो दिन के लिए फरवरी में हड़ताल पर जाने वाले थे। इससे कई लोगों को डर था कि उनका बैंक से जुड़ा वो काम कैसे पूरा होगा जो सिर्फ ब्रांच में ही हो सकता है। लेकिन अब आपके लिए राहत है क्योंकि ये हड़ताल टल गई है। देशभर की केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ पहले 23 और 24 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल बुलाई थी। इसी दिन बैंक कर्मचारी भी हड़ताल पर जाने वाले थे।
फरवरी में 12 दिन बंद रहेंगे बैंक
हड़ताल टल जाने के बाद बैंक फरवरी में अब सिर्फ 12 दिन बंद रहेंगे। इसमें अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग दिन छुट्टी है। इस लिस्ट को आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं। इन 12 दिन शनिवार, रविवार और त्यौहारों की छुट्टियां शामिल हैं।
लेकिन Centre of Indian Trade Unions ने जानकारी दी है कि अब ये हड़ताल 23 और 24 फरवरी की जगह मार्च में होगी। इसी के साथ बैंक एम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने भी हड़ताल की तारीख मार्च तक बढ़ा दी है। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) की केन्द्रीय कमेटी ने इस हड़ताल में शामिल होने का निर्णय लिया था। संगठन के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने सभी संबंध बैंक संघों और सदस्यों को एक परिपत्र जारी कर यह जानकारी दी थी और इस हड़ताल में शामिल होने के लिए तैयार रहने के लिए कहा था।
उन्होंने कहा कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने दो सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में पिछले साल 15 और 16 मार्च को हड़हाल की थी। 16 और 17 दिसंबर 2021 को बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2021 के विरोध में हड़ताल की गई थी। एसोसिएशन के मुताबिक यह सिर्फ लोगों के जीवन और जीवनयापन को बचाने
की लड़ाई नहीं है बल्कि यह अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए भी किया जा रहा था।प्राइवेटाइजेशन के विरोध में बैंक कर्मचारी
बैंक कर्मचारी सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में इस हड़ताल में शामिल हैं। अब ये हड़ताल 28 और 29 मार्च को होनी है। वहीं अन्य संगठन सरकारी लोक उपक्रमों के प्राइवेटाइजेशन, नए श्रम कानून के विरोध में ये हड़ताल कर रहे हैं।