3 जिगरी दोस्त: साथ पढ़े और साथ ही बने IAS अफसर, दिलचस्प है इनकी स्टोरी...एक मस्तीखोर तो दूसरा सीरियस, जानिए इनकी सफलता की अनोखी कहानी...

3 best friends: studied together and became IAS officers, their story is interesting...one is a fun-loving person and the other is serious, know the unique story of their success... 3 जिगरी दोस्त: साथ पढ़े और साथ ही बने IAS अफसर, दिलचस्प है इनकी स्टोरी...एक मस्तीखोर तो दूसरा सीरियस, जानिए इनकी सफलता की अनोखी कहानी...

3 जिगरी दोस्त: साथ पढ़े और साथ ही बने IAS अफसर, दिलचस्प है इनकी स्टोरी...एक मस्तीखोर तो दूसरा सीरियस, जानिए इनकी सफलता की अनोखी कहानी...
3 जिगरी दोस्त: साथ पढ़े और साथ ही बने IAS अफसर, दिलचस्प है इनकी स्टोरी...एक मस्तीखोर तो दूसरा सीरियस, जानिए इनकी सफलता की अनोखी कहानी...

UPSC Success Story : 

 

नया भारत डेस्क : अक्सर आपने सुना होगा कि मां-बाप अपने बच्चों से कहते है, ज्यादा दोस्त मत बनाओ या दोस्तों के साथ ज्यादा समय न बिताएं नहीं तो पढ़ाई खराब हो जाएगी और एग्जाम में फेल हो जाएंगे। लेकिन 3 जिगरी दोस्तों की एक कहानी ने इस बात को गलत साबित कर दिखाया है। इन्होंने साबित कर दिखाया कि अगर संगत अच्छी हो तो यही दोस्ती सफलता दिलाने में भी मदद कर सकती है। आइए आपको इन तीन दोस्तों की पूरी कहानी बताते हैं। (UPSC Success Story)

इन दोस्तों के नाम हैं साद मियां खान, विशाल मिश्रा और गौरव कुमार. तीनों ने साल 2017 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा क्लियर की थी और अब साद आईपीएस हैं। जबकि विशाल और विजय आईएएस ऑफिसर हैं। 

साद उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले हैं। उनकी विशाल मिश्रा से मुलाक़ात ग्रेजुएशन के दौरान हुई थी. दोनों ने एचबीटीआई कानपुर से बीटेक किया है। साल 2012 में ग्रेजुएशन के बाद विशाल एमटेक करने के लिए आईआईटी कानपुर चले गए. वहीं साद ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। लेकिन दोनों एक दूसरे के साथ कांटेक्ट में बने रहे।  (UPSC Success Story)

बाद में दोनों सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए दिल्ली आ गए. जहां इनकी मुलाकात गौरव से हुई. गौरव ने पीईसी यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है. दिल्ली में तीनों दोस्त ने साथ में यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। 

साद खान ने चार बार UPSC परीक्षा दी थी. साल 2017 में उन्होंने हॉल इंडिया रैंक 25 के साथ UPSC परीक्षा क्लियर की. उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट ज्योग्राफी था. उन्हें IPS की पोस्ट मिली. वहीं गौरव कुमार ने भी उसी साल 34वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा क्लियर की. गौरव ने भी चौथे प्रयास में UPSC परीक्षा क्लियर की थी।  (UPSC Success Story)

विशाल मिश्रा, जोकि उत्तराखंड से आते हैं, ने भी 2017 में ही AIR 49 के साथ UPSC परीक्षा क्लियर की और 2018 बैच के IAS ऑफिसर बने. फिलहाल तीनों दोस्त सर्विस में हैं और अलग-अलग जगहों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. (UPSC Success Story)