केंद्रीय मंत्री के खिलाफ केस दर्ज: केंद्रीय मंत्री पर अधिकारियों ने लगाया मारपीट का आरोप.... मंत्री को आया गुस्सा.... रिव्यू मीटिंग के दौरान कमरा बंद कर अधिकारियों की कर दी पिटाई.... एक का हाथ टूटा.... अस्पताल में भर्ती.... अधिकारी बोले- कमरा बंद कर कुर्सी से पीटा....

केंद्रीय मंत्री के खिलाफ केस दर्ज: केंद्रीय मंत्री पर अधिकारियों ने लगाया मारपीट का आरोप.... मंत्री को आया गुस्सा.... रिव्यू मीटिंग के दौरान कमरा बंद कर अधिकारियों की कर दी पिटाई.... एक का हाथ टूटा.... अस्पताल में भर्ती.... अधिकारी बोले- कमरा बंद कर कुर्सी से पीटा....

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डेस्क। मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु पर सरकारी अधिकारियों से मारपीट का आरोप लगा है। मंत्री पर आरोप लगा है कि उन्होंने भाजपा जिला कार्यालय में ओडिशा सरकार के दो वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मारपीट की है। साथ ही अधिकारियों को घायल कर दिया। अब केंद्रीय मंत्री के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। ओडिशा में सरकारी अधिकारियों के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के मामले में केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। एसडीपीओ केके हरिप्रसाद ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एक दिन पहले योजना बोर्ड के उप निदेशक मयूरभंज ने उनके और उनके सहायक निदेशक पर मंत्री विश्वेश्वर टुडु द्वारा मारपीट करने को लेकर केस दर्ज करवाया है।

निदेशक मयूरभंज की शिकायत के बाद पुलिस ने सरकारी अधिकारियों के पिटाई के आरोप में केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू के खिलाफ केस किया है। इसे मामले में पुलिस जांच में जुटी है। हालांकि, केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू खुद पर लगाए जा रहे इन आरोपों से इनकार किया है। पीड़ित अधिकारियों में से एक अधिकारी देबाशीष महापात्र ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कराया है। सरकारी अधिकारी का बयान सीआरपीसी की धारा 161 के तहत दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय राज्य जल शक्ति और आदिवासी मामलों के मंत्री विश्वेश्वर टुडू ने मयूरभंज जिले के जिला मुख्यालय शहर बारीपदा में पार्टी कार्यालय में एक समीक्षा बैठक के लिए दो अधिकारियों को बुलाया था। 

इस दौरान अधिकारी अपने साथ आधिकारिक फाइलें नहीं ले गए थे, इसके बाद मंत्री को गुस्सा आ गया और मंत्री के प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर उन्हें डांटा। अधिकारी देबाशीष महापात्र ने कहा कि हमने उन्हें यह समझाने की कोशिश की कि हम ऐसे समय में उनके पास फाइलें नहीं ला सकते हैं जब पंचायत चुनाव के लिए राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है, उन्होंने गुस्सा किया और सुनने से इनकार कर दिया। उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और हमें कुर्सी से मारना शुरू कर दिया।

पीड़ितों का कहना है कि रिव्यू मीटिंग के दौरान मंत्री किसी बात को लेकर बहुत उग्र हो गए और उन्होंने अंदर से दरवाजा बंद कर दोनों अफसरों पर कुर्सी से हमला कर दिया। इस हमले में देबाशीष महापात्रा का हाथ टूट गया है। जबकि अश्विनी कुमार मलिक को चोटें आई है। दोनों अधिकारियों को बारीपदा के पीआरएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। 

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के खिलाफ दो सरकारी अधिकारियों द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर बारीपदा टाउन पुलिस स्टेशन में  आईपीसी की धारा 323, 325, 294 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडु ने आरोपों से साफ इनकार किया और कहा कि यह पंचायत चुनाव से पहले उनकी छवि खराब करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि आरोप झूठे और निराधार हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, "वे मेरे पास आए, हम लगभग आधा घंटा बैठे रहे, लंच का समय था, समीक्षा बैठक पूरी नहीं हो सकी, इसलिए मैंने उन्हें कल फिर आने के लिए कहा, वे कभी वापस नहीं लौटे।"