भ्रष्टाचार एवं घोटाले से बना ट्विंन टावर नौ सेकंड में ध्वस्त, सुप्रीम कोर्ट का आदेश का पालन देश में पहली बार सही समय में सीएम योगी आदित्यनाथ ने निभाया और मिटा दिया Corruption को .

Twin tower made of corruption and scam demolished in nine seconds,

भ्रष्टाचार एवं घोटाले से बना ट्विंन टावर नौ सेकंड में ध्वस्त, सुप्रीम कोर्ट का आदेश का पालन देश में पहली बार  सही समय में सीएम योगी आदित्यनाथ ने निभाया और मिटा दिया  Corruption को .
भ्रष्टाचार एवं घोटाले से बना ट्विंन टावर नौ सेकंड में ध्वस्त, सुप्रीम कोर्ट का आदेश का पालन देश में पहली बार सही समय में सीएम योगी आदित्यनाथ ने निभाया और मिटा दिया Corruption को .

NBL, 29/08/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Twin tower made of corruption and scam demolished in nine seconds, following the order of the Supreme Court, for the first time in the country, in the right time, CM Yogi Adityanath performed and erased Corruption.

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को लालकिला के प्राचीर से आव्हान किया भ्रष्टाचार व घोटाले इस महान माँ भारत को खोखला कर देश के लोगों को कमजोर बना रहे हैं, पढ़े विस्तार से... 

इसलिए इसे जड़ से मिटाना अति आवश्यक है, तब देश विकास की पटरी पर सही दिशा में आयेगी और इस मुहिम को पूरे देश वासी मिलकर करेंगे, जिसका पालन उत्तर प्रदेश सरकार सीएम योगी पूर्ण ईमानदारी व शाहसी से यूपी के नोएडा में बने अवैध बिल्डिंग ट्विंन टावर जो रिहायसी  इलाका मे बना था जिसके उचाई कुतुबमीनार से भी ऊँचा था उनको गिराना किसी के बस की बात नहीं था लेकिन सीएम योगी करके दिखा दिया देश दुनिया को की हम भ्रष्टाचार बर्दाशत नहीं करेंगे और नौ सेकंड मे ट्विंन टावर जमीदोज। उस सत्य का विजय का आनन्द व गर्व महसूस किया देश के लोगों ने। आज भारत जैसे सोने की चिड़िया कहलाने वाले देश में भ्रष्टाचार अपनी जड़े फैला रहा है। आज भारत में ऐसे कई व्यक्ति मौजूद हैं जो भ्रष्टाचारी है। आज पूरी दुनिया में भारत भ्रष्टाचार के मामले में 94वें स्थान पर है। भ्रष्टाचार के कई रंग-रूप है जैसे रिश्वत, काला-बाजारी, जान-बूझकर दाम बढ़ाना, पैसा लेकर काम करना, सस्ता सामान लाकर महंगा बेचना आदि। भ्रष्टाचार के कई कारण है।

भ्रष्टाचार में मुख्य घूस यानी रिश्वत, चुनाव में धांधली, ब्लैकमेल करना, टैक्स चोरी, झूठी गवाही, झूठा मुकदमा, परीक्षा में नकल, परीक्षार्थी का गलत मूल्यांकन, हफ्ता वसूली, जबरन चंदा लेना, न्यायाधीशों द्वारा पक्षपातपूर्ण निर्णय, पैसे लेकर वोट देना, वोट के लिए पैसा और शराब आदि बांटना, पैसे लेकर रिपोर्ट छापना, अपने कार्यों को करवाने के लिए नकद राशि देना यह सब भ्रष्टाचार ही है। 

भ्रष्टाचार के कारण :   असंतोष - जब किसी को अभाव के कारण कष्ट होता है तो वह भ्रष्ट आचरण करने के लिए विवश हो जाता है।

स्वार्थ और असमानता :   असमानता, आर्थिक, सामाजिक या सम्मान, पद -प्रतिष्ठा के कारण भी व्यक्ति अपने आपको भ्रष्ट बना लेता है। हीनता और ईर्ष्या की भावना से शिकार हुआ व्यक्ति भ्रष्टाचार को अपनाने के लिए विवश हो जाता है। साथ ही रिश्वतखोरी, भाई-भतीजावाद आदि भी भ्रष्टाचार को जन्म देते हैं। 

भारत में बढ़ता भ्रष्टाचार :   भ्रष्टाचार एक बीमारी की तरह है। आज भारत देश में भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ रहा है। इसकी जड़े तेजी से फैल रही है। यदि समय रहते इसे नहीं रोका गया तो यह पूरे देश को अपनी चपेट में ले लेगा। भ्रष्टाचार का प्रभाव अत्यंत व्यापक है।

जीवन का कोई भी क्षेत्र इसके प्रभाव से मुक्त नहीं है। यदि हम इस वर्ष की ही बात करें तो ऐसे कई उदाहरण मौजूद हैं जो कि भ्रष्टाचार के बढ़ते प्रभाव को दर्शाते हैं। जैसे आईपील में खिलाड़ियों की स्पॉट फिक्सिंग, नौकरियों में अच्छी पोस्ट पाने की लालसा में कई लोग रिश्वत देने से भी नहीं चूकते हैं। आज भारत का हर तबका इस बीमारी से ग्रस्त है। 

भ्रष्टाचार रोकने के उपाय : यह एक संक्रामक रोग की तरह है। समाज में विभिन्न स्तरों पर फैले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कठोर दंड-व्यवस्था की जानी चाहिए। आज भ्रष्टाचार की स्थिति यह है कि व्यक्ति रिश्वत के मामले में पकड़ा जाता है और रिश्वत देकर ही छूट जाता है।

जब तक इस अपराध के लिए को कड़ा दंड नही दिया जाएगा तब तक यह बीमारी दीमक की तरह पूरे देश को खा जाएगी। लोगों को स्वयं में ईमानदारी विकसित करना होगा। आने वाली पीढ़ी तक सुआचरण के फायदे पहुंचाने होंगे।

भ्रष्टाचार हमारे नैतिक जीवन मूल्यों पर सबसे बड़ा प्रहार है। भ्रष्टाचार से जुड़े लोग अपने स्वार्थ में अंधे होकर राष्ट्र का नाम बदनाम कर रहे हैं।