लॉकडाउन ब्रेकिंग: Covid के बढ़ते मामलों के बीच इस देश ने की पूर्ण Lockdown की घोषणा.... टीका न लगवाने पर होगा जुर्माना.... सोमवार से होगा टोटल लॉकडाउन......




डेस्क। कोरोनावायरस की एक नई लहर से निपटने के लिए ऑस्ट्रिया पूरी तरह Covid-19 लॉकडाउन को फिर से लागू करने वाला है। ऑस्ट्रिया ऐसा करने वाले पश्चिमी यूरोप का पहला देश बन जाएगा। पश्चिमी यूरोप में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों के बीच ऑस्ट्रिया में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है। आस्ट्रिया इस समय कोविड-19 संक्रमण की नई लहर से जूझ रहा है। बकौल शेलनबर्ग, लॉकडाउन सोमवार से प्रभावी रूप से शुरू होगा। 10 दिनों के बाद इसका मूल्यांकन किया जाएगा। शेलनबर्ग ने ऑस्ट्रिया के पश्चिमी टायरॉल राज्य में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा,"कई महीनों के प्रोत्साहन के बावजूद, हम पर्याप्त लोगों को टीकाकरण के लिए मनाने में सफल नहीं हुए हैं, ऐसे में अनिवार्य टीकाकरण ही एक शेष विकल्प है।”
यहीं पर उन्होंने सरकार के क्षेत्रीय प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। उन्होंने टीकाकरण से इनकार करने वाले लोगों को स्वास्थ्य प्रणाली पर हमले का जिम्मेदार बताया। इस सप्ताह की शुरुआत में ही ऑस्ट्रिया ने उन लोगों पर लॉकडाउन लगा दिया था जिनका अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ था या जो हाल ही में ठीक हुए थे। ऐसा करने वाला वह यूरोपीय संघ का पहला देश बन गया है। देश में टीकाकरण अनिवार्य किया जाएगा। जिन लोगों ने पहले के अभियानों में वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन पर जुर्माना किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री वोल्फगैंग म्यूकस्टीन ने बाद में कहा कि किंडरगार्टन और स्कूल उन लोगों के लिए खुले रहेंगे, जिन्हें वहां जाने की जरूरत है लेकिन सभी माता-पिता से कहा गया कि यदि संभव हो तो अपने बच्चों को घर पर रखें। एक फरवरी से देश में टीकाकरण भी अनिवार्य कर दिया जाएगा। शालेनबर्ग ने कहा- हम पांचवीं लहर नहीं चाहते हैं। ऑस्ट्रिया ने शुरू में केवल उन लोगों के लिए लॉकडाउन की शुरुआत की थी, जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है, लेकिन संक्रमण के मामले बढ़ने पर सरकार ने सभी के लिए इसे लागू कर दिया।
पिछले 7 दिनों से देश में संक्रमण के 10,000 से ज्यादा नए मामले रोज सामने आए हैं। अस्पतालों में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है और इस महामारी से होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। ऑस्ट्रिया में अब तक इस वायरस से 11,525 लोगों की मौत हो चुकी है। कई तरह के प्रयासों और अभियानों के बावजूद कुछ ही लोगों ने टीकाकरण कराने का फैसला किया। इसलिए सरकार ने इसे अनिवार्य कर दिया है। चांसलर ने कहा - देश में फरवरी में टीकाकरण अनिवार्य किए जाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। जो लोग टीकाकरण से इनकार करते रहे हैं, सरकार उन पर जुर्माना लगाएगी।