एमबीएम विश्वविद्यालय के छात्रों का लोकतंत्र के मंदिर संसद का स्टडी टूर




-छात्रों ने पढ़ा लोकतंत्र का पाठ, संसद कि वास्तुकला को देख छात्र हुए मंत्रमुग्ध
नई दिल्ली। भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित इंजिनियरिंग कॉलेज जो अब एमबीएम विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है, एमबीएम विश्वविद्यालय के छात्रों का संसद भवन स्टडी टूर किया। विद्यार्थियों का स्टडी टूर हेतु दिल्ली स्थित संसद के लिए 1 दिवसीय प्रवास रहा। संसद प्रवास में छात्रों ने संसद भवन का भ्रमण किया।साथ ही छात्रों ने संसद की कार्यप्रणाली जैसे प्रश्नकाल,शून्यकाल, सांसदों के बैठने के स्थान सहित विभिन्न परंपराओं,नियमों की जानकारी प्राप्त की। एमबीएम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कमलेश कुमार ने बताया कि संसद प्रवास का मुख्य उद्देश्य छात्रों को संसद की कार्यप्रणाली से अवगत करवाना एवं लोकतंत्र के मंदिर का अवलोकन करवाना था जिससे छात्र लोकतंत्र के प्रति जागरूक हो सके एवं संसदीय कार्यप्रणाली में स्वस्थ लोकतंत्र का महत्व समझ सके। छात्रों का कहना है कि संसद भवन वास्तव में वास्तुकला का एक बेजोड़ नमूना है और उसको रूबरू देखकर उनका मन मंत्रमुग्ध हो गया। छात्रों ने संसद भवन के साथ साथ संसद भवन स्थित पुस्तकालय का भी अवलोकन किया जिसे 1921 में सांसदों की सहायता हेतु बनाया गया था जो कि एशिया का सबसे बड़ा पुस्तकालय है। छात्रों ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अप्रेल 2022 में उद्घाटित प्रधानमंत्री संग्रहालय का भी अवलोकन किया जिससे उन्हें भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों के बारे में अभूतपूर्व जानकारियां मिली।साथ ही छात्रों द्वारा कर्तव्य पथ का भी भ्रमण किया गया। साथ ही छात्रों को भारत के प्रतिष्ठित व्यक्तियों से भी मिलने एवम् उनका सानिध्य प्राप्त करने का मौका मिला जिनमे कुछ इस प्रकार हैं
श्रीमती डॉक्टर सीमा कॉल सिंह, डायरेक्टर संसद भवन,
श्री पुष्पेंद्र सिंह चौहान स्पेशल डायरेक्टर जनरल CPWD, श्रीमती बबिता सिंह, ज्वाइंट डायरेक्ट संसद भवन, श्री भंवरलाल मोहता,सीईओ
मेक ट्यूब्स आदि। छात्रों ने यूनीवर्सिटी के कुलपति अजय शर्मा की इस अनूठी पहल के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। संसद प्रवास के दौरान आर्किटेक्ट साजिद का विशेष सहयोग रहा।