दिग्गज कांग्रेसी नेताओं के अजब बोल: गांधी परिवार पर फिर जमकर बरसे पूर्व विदेश मंत्री.... 'कांग्रेस की हालत बहुत खराब, आगे जो भी चुनाव होंगे, उसमें कांग्रेस हारेगी और भाजपा जीतेगी'.... चिदंबरम असहाय और आहत मससूस कर रहे......




डेस्क। वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के बाद अब पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने गांधी परिवार पर हमला बोला है। पूर्व विदेश मंत्री और पुराने कांग्रेसी नटवर सिंह ने एक बार फिर से गांधी परिवार पर हमला बोला है। नटवर सिंह ने कहा कि गांधी परिवार के पास कोई सलाहकार नहीं है और इन्हें लगता है कि हम लोग तीस मार खां हैं। पंजाब, यूपी समेत अगले साल की शुरुआत में होने वाले 5 राज्यों के चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं को लेकर उन्होंने कहा कि इन चुनावों में कोई नहीं सुनेगा। नटवर सिंह ने कहा कि मैं नहीं मानता कि कांग्रेस किसी भी राज्य में बीजेपी को हरा सकती है।
कांग्रेस की ओर से यह कहे जाने पर कि सबसे पुरानी पार्टी होने के नाते बीजेपी को हराना हमारा मकसद है। नटवर सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं होगा। इनकी कोई सुनेगा ही नहीं। नटवर सिंह ने कहा कि यदि ये लोग इस समय खड़े हो जाते कि कैप्टन अमरिंदर सिंह हमारे सीएम हैं और हम उनके साथ हैं। मुझे समझ में नहीं आता कि ये कैसे फैसले लेते हैं। इनका जजमेंट इतना खराब है। कोई सलाहकार ही नहीं है इनका। एंटनी थे, वे आज बीमार हैं। वे कहते थे कि मैडम ये ठीक नहीं है। मनमोहन सिंह चुप बैठे हुए हैं। वो कह सकता है, दबे-दबे, लेकिन ज्यादा नहीं। इन्हें लगता है कि हम लोग तीस मार खां हैं।
नटवर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को प्रमोट करने के फैसले पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह कहते रहे कि यह आदमी 7 महीने तक मेरी कैबिनेट में था और एक भी फाइल उठाकर नहीं देखी। यह अस्थिर आदमी है। कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि कांग्रेस के दिग्गजों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है, जबकि जो लोग देश को विभाजित करने की बात करते हैं और कहते हैं कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है, वे सलाहकार बन रहे हैं।
तो आप समझ सकते हैं कि क्या हो रहा है (कांग्रेस में)। पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू की राजनीति को भांपने में पार्टी हाईकमान की नाकामी ने कांग्रेस के शीर्ष संगठन में घमासान को फिर से हवा दे दी है। कांग्रेस शासनकाल में वित्तमंत्री समेत कई दायित्व निभा चुके पी चिदंबरम ने कहा है कि ”जब हम पार्टी मंचों के भीतर सार्थक बातचीत शुरू नहीं कर पाते हैं तो मैं असहाय महसूस करता हूं।जब मैं अपने एक सहयोगी और सांसद के आवास के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा नारे लगाते हुए तस्वीरें देखता हूं तो मैं भी आहत और असहाय महसूस करता हूं।”