CG बिग ब्रेकिंग : CM भूपेश का बड़ा ऐलान…अंतरराष्ट्रीय स्तर का छत्तीसगढ़ में खुलेगा बालवाड़ी....इतने साल के बच्चों का होगा एडमिशन.....अब 12वीं तक होगी मुफ्त पढ़ाई....पढ़िए CM भूपेश बघेल की बड़ी घोषणा……..

CG बिग ब्रेकिंग : CM भूपेश का बड़ा ऐलान…अंतरराष्ट्रीय स्तर का छत्तीसगढ़ में खुलेगा बालवाड़ी....इतने साल के बच्चों का होगा एडमिशन.....अब 12वीं तक होगी मुफ्त पढ़ाई....पढ़िए CM भूपेश बघेल की बड़ी घोषणा……..

रायपुर, 14 नवंबर 2021। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप स्कूल संचालित होगी। 3 साल से बड़े बच्चों के लिए बालबाड़ी स्कूल खोला जाएगा। रायपुर के डीडीयू ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षा समागम कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि यहां से पढ़े बच्चे अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जगह बना रहे हैं। यह प्रदेश के लिए गर्व की बात है। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में देश के 27 राज्यों से शिक्षा विद पहुंचे हैं। जिसमें कोरोना के बाद शिक्षा में आए बदलाव पर चर्चा हो रही है। जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शिक्षा समागम में पहली बार शैक्षिक महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है।

उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ शिक्षा 2030 का जो विजन है, उसमें चार काम मुख्य रूप से करेंगे। एक बालवाड़ी, जिसमें तीन से छह वर्ष के बच्चे के लिए प्री स्कूल संचालन प्रारंभ किया जाएगा। दूसरा शिक्षा के अधिकार आठवी तक के है, जिसे अब बढ़ाकर 12वीं तक किया जाएगा और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का सिलेबस भी स्कूल में प्रारंभ करेंगे। व्यवसायिक शिक्षा पर भी हमारा फोकस रहेगा। उन्होंने कहा, पाठ्य पुस्तक निगम छापेगा प्रतियोगी परीक्षा की मैगजीन स्कूली छात्रों को वितरित किया जाएगा। 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन बालदिवस के अवसर पर आज राजधानी रायपुर में जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शिक्षा समागम का शुभारंभ करते हुए छत्तीसगढ़ को स्कूली शिक्षा के विजन डॉक्यूमेंट 2030 के तहत तीन महत्वपूर्ण घोषणाएं की-

1. स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की तर्ज पर गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप विद्यालय संचालित किए जाएंगे।

2. तीन वर्ष से अधिक आयु समूह के छोटे बच्चों के लिए बालवाड़ी का संचालन कर उन्हें पूर्व प्राथमिक शिक्षा प्रदान की जाएगी।

3. कक्षा नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान की जाएगी ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई के साथ साथ किसी विधा विशेष में हुनर अर्जित कर सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षा नि:शुल्क है। लोअर मिडिल क्लास के दूसरे अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ाई कराना महंगा पड़ता हैं। यहां से 25 प्रतिशत सीटों पर गरीबी रेखा से नीचे के बच्चों का एडमिशन अनिवार्य है। अनुसूचित क्षेत्रों में तो 75 प्रतिशत बच्चे इसी श्रेणी के हैं।

मुख्यमंत्री ने 2030 का विजन डॉक्यूमेंट भी पेश किया। उन्होंने कहा, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की तर्ज पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्कूल संचालित किए जाएंगे। ऐसा इसलिए ताकि हमारे बच्चे अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में खड़े हो पाएं। सरकार तीन वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए बालवाणी शुरू करेगी। वहीं 9वीं से 12वीं तक के स्कूली बच्चों को पढ़ाई के साथ औद्योगिक शिक्षा भी दी जाएगी। ताकि वे पढ़ाई के साथ किसी अन्य विधा का हुनर अर्जित कर सकें।