ओमिक्रॉन की टेंशन के बीच बड़ी राहत: बच्चों की भारतीय वैक्सीन कोवोवैक्स को WHO की मंजूरी.... कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ी कामयाबी.... Covovax को WHO ने दी इमरजेंसी यूज की इजाजत......
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नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच राहत भरी खबर आई है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोरोना वैक्सीन कोवोवैक्स को WHO की मंजूरी मिल गई है। कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन कोवोवैक्स को आपातकालीन उपयोग के लिए डब्ल्यूएचओ की मंजूरी मिल गई है। इस टीके को 12 से 17 साल के बच्चों के लिए तैयार किया गया है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कोवोवैक्स को डब्ल्यूएचओ की मंजूरी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, यह अभी तक कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक और मील का पत्थर है। कोवोवैक्स को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल गई है। उन्होंने डब्ल्यूएचओ के इस सहयोग के लिए उसका धन्यवाद किया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वैक्सीन कोवोवैक्स को इंमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने इस बारे में जानकारी दी है। कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन कोवोवैक्स को आपातकालीन उपयोग के लिए डब्ल्यूएचओ की मंजूरी मिल गई है। इससे कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी। सीरम इंस्टीट्यूट बच्चों के लिए अमेरिकी दवा कंपनी के टीके को 'कोवोवैक्स' के नाम से देश में तैयार कर रही है। इससे पहले भारतीय दवा महानिदेशक (DCGI) ने सीरम को 12 से 17 साल की उम्र के बच्चों पर इस टीके के परीक्षण की मंजूरी दी थी। सीरम 100 बच्चों पर इसका परीक्षण भी कर चुकी है। परीक्षण के डाटा को डीसीजीआई को मुहैया करा दिया गया था।
भारत में अभी जायडस कैडिला की जॉयकोव-डी वैक्सीन को ही 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों और वयस्कों को लगाने के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी। ब्रिटेन में कोवोवैक्स टीका पर मानव परीक्षण हुए हैं जिनमें इसका असर 89.3 फीसदी तक मिला है। सीरम ने नोवावैक्स कंपनी के साथ 20 करोड़ खुराक के लिए सीरम ने करार किया था। इससे पहले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एस्ट्रोजेनेका कंपनी के साथ भी करार किया था जिस पर भारत में परीक्षण के बाद कोविशील्ड टीका तैयार किया था।
