Sehore Borewell Rescue : बोरवेल में 100 फीट नीचे फंसी 3 साल की बच्ची, अब आर्मी ने मोर्चा संभाला बोर

सीहोर में 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची 24 घंटे बाद भी बाहर नहीं निकाली जा सकी। बच्ची मुंगावली में मंगलवार दोपहर करीब एक बजे बोर में गिरकर 29 फीट नीचे फंस गई थी।

Sehore Borewell Rescue : बोरवेल में 100 फीट नीचे फंसी 3 साल की बच्ची, अब आर्मी ने मोर्चा संभाला बोर
Sehore Borewell Rescue : बोरवेल में 100 फीट नीचे फंसी 3 साल की बच्ची, अब आर्मी ने मोर्चा संभाला बोर

सीहोर। सीहोर में 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची 24 घंटे बाद भी बाहर नहीं निकाली जा सकी। बच्ची मुंगावली में मंगलवार दोपहर करीब एक बजे बोर में गिरकर 29 फीट नीचे फंस गई थी। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कंपन से वह बोरवेल में नीचे धंस रही (Sehore Borewell Rescue) है।

बच्ची अब करीब 100 फीट नीचे चली गई है। मंगलवार दोपहर दो बजे से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है। उसे निकालने के लिए 10 से ज्यादा JCB और पोकलेन मशीनों की मदद से 5 फीट दूरी पर समानांतर गड्‌ढा खोदा जा रहा है।

टीम बुधवार सुबह 11.30 बजे तक बोर के पैरेलल 32 फीट ही खुदाई कर सकी। बुधवार को आर्मी ने भी मोर्चा संभाल लिया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बच्ची को निकालने के प्रयास लगातार जारी हैं, लेकिन खोदते समय वाइब्रेशन के कारण वह नीचे खिसक गई है। हमने आर्मी को कॉल कर मौके पर भेजा (Sehore Borewell Rescue) है। NDRF और SDRF पहले से काम कर रही हैं। हमारा पूरा प्रयास है बच्ची को सुरक्षित निकाल लिया जाए।

बच्ची का नाम सृष्टि बताया गया है। उसके पिता का नाम राहुल कुशवाहा है। मौके पर SP मयंक अवस्थी भी मौजूद हैं। बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है। उसके मूवमेंट पर नजर रखने के लिए बोरवेल के अंदर इंस्पेक्शन कैमरा भी डाला गया है। एंबुलेंस और मेडिकल टीम भी मौके पर तैनात (Sehore Borewell Rescue) है।

गृहमंत्री बोले- जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ऐसे मामलों में हर बार कार्रवाई की जाती है और इस बार भी की जाएगी। प्रशासन लगातार रात भर जागकर रेस्क्यू में लगा है। चूंकि बोरिंग चट्‌टानों के बीच है, इसलिए मुश्किलें आ रही हैं।

होमगार्ड, NDRF, SDRF के जवान वहां मौजूद हैं। दिक्कत तब आती है जब ड्रिलिंग की जाती है, बच्ची नीचे सरक रही है। लगातार युद्ध स्तर पर प्रयास जारी है। मुख्यमंत्री स्वयं निगाह बनाए हुए हैं।