जोंधरा क्षेत्र के दर्जनों गावों में लगातार हो रही अघोषित बिजली कटौती से किसान व ग्रामीण त्रस्त अधिकारी मस्त अँधेरे में घूम घूम कर रात काटने मजबूर हैँ लोग क्या यही हैँ बीजेपी का गुड गवर्नेंस क्या कहते हैँ प्रभावित जानें पढ़े पूरी खबर




बिलासपुर//मस्तूरी ब्लॉक के जोंधरा क्षेत्र में बिजली की समस्या ने लोगों को झकझोर कर रख दी है इतनी उमस भरी गर्मी और ऊपर से बिजली का चले जाना और वापस ना आना ये लगातार हो रही बिजली की अघोषित कटौती से लोगों में भारी आक्रोश पैदा हो रहा है लोग इसके लिए कई बार स्थानीय विद्युत विभाग के कार्यालय के अलावा जिले में भी जाकर अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं बावजूद इसके इस पर किसी भी प्रकार की सुधार अभी तक नहीं हो पाई है,लोहर्सी,केवतरा,बोहरडीह, भूतहा,केवटा डीह टांगर,सोन,सोनसरी,बसंतपुर, गोपालपुर,अमलडीहा,परसोड़ी, कुकुर्दीकला,खपरी(ओ) यह वह गांव है जहां के लोग बिजली की भीषण समस्या से जूझ रहे हैं बीते कुछ दिनों से यहाँ के लोग बिजली की समस्या को लेकर त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहे हैं चाहे दिन हो या रात सुबह हो या साम बिजली कब चली जायगी किसी को पता नहीं रहता और कब आएगी इसकी जानकारी ना ही विभाग के अधिकारी दे पाते ना ही कर्मचारी क्यों की ये अपने में इतने मस्त रहते हैं की इनको फ़ोन उठाने तक का समय नहीं रहता इसका खामियाजा ग्रामीणों के साथ साथ किसानो को भी उठाना पड़ रहा हैं जिनके खेतो में नहर का पानी नहीं पहुँचता वो बोर वेल या अन्य माध्यम से खेतो में पानी लाते है पर बिजली की आँख मिचोली से ये भी नहीं हो पा रहा जिसके वजह से कई किसानो के धान का फसल बर्बाद हो रहा हैँ
सोन सरपंच अशोक श्यामता कैवर्त
कहते हैँ की छत्तीसगढ़ बिजली उत्पादन में सर प्लस हैँ मतलब हमारे पास इतनी बिजली हैँ की हमारे उपयोग के बाद भी हम दूसरे राज्यों को बिजली बेच सकते हैँ पर यहाँ तो हमारे राज्य के निवासियों को ही बिजली नहीं मिल रही हैँ कंही लो वोल्टेज तो कही अघोषित बिजली कटौती मेरे गांव में भी रात रात भर बिजली काटी जा रही हैँ लोग उमस भरी गर्मी में ऊपर से मच्छर का डंक मज़बूरी में लोग घूम घूम कर किसी तरह रात काट रहें हैँ !
लोहर्सी निवासी किसान मितेश मल्होत्रा
बताते हैँ की बिजली की अघोषित कटौती ने हम सभी किसानो को परेशान कर रखा हैँ ये सिलसिला लगातार कई महीनों से चल रहा हैँ अधिकारी इसमें सुधार करने का प्रयास भी नहीं कर रहें ऐसा लगता हैँ नहीं तो कुछ तो सुधार होता अब तो पहले से भी हालत ख़राब हो गई हैँ पहले तो कुछ समय में बिजली आ भी जाती थी पर अब सुबह से शाम हो जाती हैँ और रात से सुबह भी हो जाती हैँ पर बिजली आती ही नहीं जो हमारे फसलों के लिए मुसीबत बन गई हैँ !