जयरामनगर सरपंच के घर बहुचर्चित चोरी के मामले में बिलासपुर पुलिस ने किया चौकाने वाला खुलासा आखिर किसने किया था हाथ साफ और क्या कहाँ पकडे गए आरोपियों ने जाने सब कुछ पढ़े पूरी खबर



मस्तुरी-मस्तुरी-जयरामनगर के बहुचर्चित चोरी के मामले को
बिलासपुर पुलिस ने आखिरकार पर्दाफाश किया है। बुधवार को
बिलासपुर पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा ने बिलासागुड़ी में
मामले का चौकाने वाला खुलासा किया। दरसअल अग्रवाल
परिवार के द्वारा ही कर्जदारों से बचने चोरी की झूठी रिपोर्ट
लिखाई गई थी। पेशे से व्यपारी कमल अग्रवाल और उसकी
जयरामनगर की सरपंच पत्नी गिरिजा देवी मनगढ़ंत कहानी बनाई
थी जिसके आधार पर उन्होंने स्थानीय पुलिस को काफी छकाया,
लेकिन कहते हैं ना देर सवेर झूठ से पर्दा तो उठ जाता है। आपको
बताते चले कि बीते दिनों अग्रवाल दंपति ने 3 और 4 तारीख की
दरमियानी रात उनके निर्माणाधीन घर से 28 लाख चोरी होने की
शिकायत की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस
अधीक्षक के निर्देश पर तत्काल चार विशेष टीम एवं साइबर की
अलग टीम का गठन किया गया। जिन्होंने तहकीकात शुरू की
जिनके द्वारा आस पास के 100 से अधिक संदिग्धों , आदतन
बदमाशो से पूछताछ की। मामले में 50 से अधिक सीसीटीवी
फूटेज को खंगाला गया। फिरभी पुलिस के हाथ कोई सुराग नही
मिला। इसी दौरान पुलिस को सुचना मिली कि घटना के दिन ही
प्रार्थी द्वारा अपने रिश्तेदार को करीबन 19 लाख रूपये दिए थे।
जिसकी तस्दीक हेतु प्रार्थी एवं उसकी पत्नी से पूछताछ शुरू की
गयी प्रारम्भ में दोनों पुलिस को अलग अलग कहानी बता कर
गुमराह करने की भरपूर कोशिश की परन्तु पुलिस द्वारा
मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर धीरे धीरे वास्तविक
कहानी सामने आई। प्रार्थी की पत्नी गिरिजा देवी एवं इसके नौकर
सूरज द्वारा 02 दिन पूर्व ही 16 तोले सोने को जांजगीर में 6 लाख
में बिक्री किया गया है जहाँ तस्दीक कराये जाने पर बिक्री के
दस्तावेज एवं सोना बरामद किया गया। इसके पश्चात् घटना
दिनांक के शाम को ही 19 लाख रूपये अपने रिश्तेदार को उधार
चुकाने के उद्देश्य से देने की बात प्रार्थी द्वारा स्वीकार की गयी जिसे
भी बरामद कर लिया गया है । सम्पूर्ण घटना के पीछे की
वास्तविक वजह प्रार्थी का रिश्तेदारों एवं व्यपार में लाखो की
उधारी से देनदारो से बहुत परेशान होकर पारिवारिक अंतर्कलह
एवं कर्जदारों से छुटकारा पाने के उद्देश्य से प्रार्थियों द्वारा झूठी
कहानी गढ़ी गयी थी। बहरहाल मामले में स्थानीय पुलिस ने दोनों
ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
यह कहानी सुनाई थी,,
अग्रवाल दंपतियों ने बीते दिनों मस्तुरी थाने में फोन के माध्यम से
सूचना दी कि दिनांक 03-04 की दरमियानी रात्रि इनके निवास
स्थान जहाँ निर्माण कार्य चल रहा था जिसके कारण घर में
दरवाजा टुटा था एवं एक बेडरूम जिसमे ताला लगा था जिसकी
चाबी वही लटक रही थी जिसमें अज्ञात चोर घुस कर लटकी हुई
चाबी का उपयोग कर अन्दर रखे आलमारी से करीबन 18 लाख
नकदी एवं 10 लाख की ज्वेलरी चोरी कर ले गया है।