मस्तूरी क्षेत्र में कई अवैध रेत घाट हो रहे संचालित बेखौफ होकर किया जा रहा है उत्खनन शिकायत के बावजूद क्यों नहीं ले रहे अधिकारी एक्शन क्यों अवैध कारोबार को दिया जा रहा बढ़ावा पढ़े पूरी खबर

मस्तूरी क्षेत्र में कई अवैध रेत घाट हो रहे संचालित बेखौफ होकर किया जा रहा है उत्खनन शिकायत के बावजूद क्यों नहीं ले रहे अधिकारी एक्शन क्यों अवैध कारोबार को दिया जा रहा बढ़ावा पढ़े पूरी खबर
मस्तूरी क्षेत्र में कई अवैध रेत घाट हो रहे संचालित बेखौफ होकर किया जा रहा है उत्खनन शिकायत के बावजूद क्यों नहीं ले रहे अधिकारी एक्शन क्यों अवैध कारोबार को दिया जा रहा बढ़ावा पढ़े पूरी खबर

बिलासपुर//मस्तूरी क्षेत्र में जमकर चल रहा अवैध रेत खदान जिससे कई पंचायत के सरपंच भी परेशांन है कुकुर्दीकला सरपंच ओंकार पैकरा ने इसी महीने के 12 जनवरी को एसडीएम मस्तूरी को लिखित में शिकायत कराते हुए बताया है की उनके गांव से लगातार शिवनाथ नदी से रेत का काला खेल चल रहा है और कई बार मना करने पर भी लोग सुनने को तैयार नहीं है कई बार मना करने पर यहाँ रेत माफियाओ और ग्रामीणों के बीच विवाद गहरा हो जाता है सरपंच बताते है की यहाँ रात होते ही ट्रेक्टर से रेत निकालने का काम शुरू हो जाता है और रात भर चलता रहता है न इनको खनिज विभाग का डर है न पुलिस का ये बेखौफ होकर रेत की कालाबाजारी कर सरकार को लाखो राजस्व का चुना लगा रहे है यही हाल गोपालपुर अमलडीहा उदाईबंद और भिलौनी का है जहां जम कर रेत का कारोबार फल फूल रहा है गोपालपुर उपसरपंच राहुल बताते है की रेत उत्खनन बंद करने उन्होंने जहां से गाड़ियां निकलती है वहाँ को जेसीबी से खुदवा दिया था पर माफियाओ ने वहाँ मिट्टी डलवा दिया और अब बेख़ौफ़ होकर रेत उत्खनन कर रहे है इनके इस अवैध कारोबार से ग्रामीण गाड़ियों की सोर गुल से रात भर सो नहीं पाते ऊपर से रोड की धूल से आसपास गांव के विद्यार्थी जो जोंधरा पढ़ने आते है वो परेशान है यही हाल उदाईबंद का है सरपंच बताते है की यहाँ के रेत घाट का समय सिमा समाप्त हो चूका है पर अवैध रूप से यहाँ भी खेल जारी है भिलौनी में तो दिन रात ये खेल चल रहा है थाना के सामने से ये बिना रॉयल्टी के बेख़ौफ़ होकर अपनी गाड़ियां ऐसे निकालते है जैसे ये एक नंबर में काम कर रहे है सोचने वाली बात ये है की एक गांव से एक दिन में 100 ट्रेक्टर रेत निकाली जा रही है तो 4 गावों से कितना निकल रहा है और सरकार को कितना राजस्व का नुकसान हो रहा है हम ग्रामीणों द्वारा बताये अनुसार बता रहे है इससे ज्यादा भी हो सकता है अब सवाल ये है की आखिर शिकायत के बाद भी मस्तूरी में बैठे अधिकारी एक्शन क्यों नहीं लेते क्यों ये चुप्पी साधे बैठे है और कहाँ है खनिज विभाग क्या इनको ये सब दिखाई नहीं दे रहा आखिर कब नींद से उठेंगे ये अधिकारी और कब इन अवैध कारोबार पर एक्शन लेंगे देखने वाली बात होगी आपको बताते चलें कि सरपंच को मस्तूरी एसडीएम से लिखित शिकायत किए हुए 17 दिन हो चुके है पर अभी तक कही भी कार्यवाही नहीं हुई है आलम ज्यो का त्यों बना हुआ है अब तो मस्तूरी का भगवान ही मालिक है