सभापति उद्योग व सहकारिता दामोदर कांत ने अपने जनपद क्षेत्र के रिस्दा हिर्री कोहरौदा व पेण्ड्री में गणतंत्र दिवस पर किया ध्वजा रोहण अपने सम्बोधन में क्या क्या बोले और कौन कौन रहे उपस्थित जाने सब कुछ पढ़े पूरी खबर




बिलासपुर//26 जनवरी गणतंत्र दिवस का पर्व हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया मुख्य अतिथि जनपद सभापति दामोदर कांत के द्वारा शासकीय स्कूल कोहरौदा रिस्दा हिर्री व सरस्वती शिशु मंदिर पेण्ड्री के प्रांगण में झंडारोहण किया गया इस दौरान रिस्दा सरपंच संतोषी बृजेश्वर खांडेल उपसरपंच प्रतिनिधि छत्रपाल सिंह पूर्व सरपंच सतीश महिलांगे पूर्व उपसरपंच अंजु पूर्व उपसरपंच गंगा निराला शिव कुमार हिर्री सरपंच गोविन्द राम कैवर्त सांसद प्रतिनिधि गोपाल साहू अश्वनी साहू यादवेंद्र साहू उपसरपंच बसंती कैवर्त पुष्पलाल पटेल प्राचार्य यु पी पंकज शरद कुमार अंचल रामेश्वर राठौर रामस्वरूप साहू जयप्रकश सिंह माधव प्रसाद पटेल इंद्रजीत अभिलाषा कौशिल्या शिवकुमार शुशीला श्याम सुन्दर राठिया अनुसुइया प्रमोद विनय अभिषेक शिवकुमार कोहरौदा सरपंच प्रतिनिधि बसंत निर्मलकर पूर्व सरपंच परस निर्णेजक उपसरपंच अमरनाथ थवाईत केशव निर्णेजक कुशल मधुकर दशरथ केंवट विजय धीरज घनश्याम कुर्रे धर्मेंद्र चतुर्वेदी गुलशन शुभम प्रधानचार्य अमित कुमार आचार्य संजय निर्णेजक भानु ऋतु भास्कर गंगा निर्णेजक संतोषी सभी स्कूलों का स्टाफ एवं समस्त गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे
कांत ने उपस्थित सभी नागरिको को सम्बोधित करते हुए कहाँ
एक स्वतन्त्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा इसे अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। इसे लागू करने के लिये 26 जनवरी की तिथि को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था।
इस दिन हर भारतीय अपने देश के लिए प्राण देने वाले अमर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं। स्कूलों, कॉलेजों आदि मे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। भारत के राष्ट्रपति दिल्ली के राजपथ पर भारतीय ध्वज फहराते हैं। राजधानी दिल्ली में बहुत सारे आकर्षक और मनमोहक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं