नक्सलियों के कब्जा वाले गाँव में अब ग्रामीणों के साथ एसडीओपी रितेश चौधरी एवं पुलिस अधिकारी रहकर बिताएं रात

नक्सलियों के कब्जा वाले गाँव में 
अब ग्रामीणों के साथ एसडीओपी रितेश चौधरी एवं पुलिस अधिकारी  रहकर  बिताएं रात
नक्सलियों के कब्जा वाले गाँव में अब ग्रामीणों के साथ एसडीओपी रितेश चौधरी एवं पुलिस अधिकारी रहकर बिताएं रात

बलरामपुर - छत्तीसगढ़ राज्य के जिला बलरामपुर के ऐसा क्षेत्र जहां पूर्व में नक्सलियों के द्वारा कब्जा किया गया था और नक्सलियों के डर से कोई भी कर्मचारी उस गांव में जाने से डर रहे थे वहा  जिले के  ऐसा गांव   जहां था पूर्व में नक्सलियों का कब्जा  एस डी ओपी पुलिस स्टाप के साथ ग्रामीणो के बीच रह कर बीताऐ रात ।

बता दे आपको की बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देते हुए आम लोगो से लगातार मेलजोल बढ़ाने के निर्देश दिये गये थे। जिसके पालन में एसडीओपी कुसमी रितेश चौधरी के द्वारा नक्सल प्रभावित आदिवासी अंचल ग्राम चांगरो जाकर रात्रि विश्राम किया। उक्त गांव में रात्रि में जन चौपाल लगाकर ग्रामीणजनों से मेल मुलाकात कर उनकी समस्या सुनकर समाधान करने का प्रयास किया। महिला सुरक्षा के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए "अभिव्यक्ति कार्यक्रम" एवं छोटे बच्चों एवं बेटियों के प्रति विशेष संवेदनशीलता प्रकट करते हुए "हमर बेटी हमर मान" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे महिलायें, बच्चे एवं बुजुर्ग बहुसंख्या में सामिल हुए ।


जिन्हे एसडीओपी कुसमी रितेश चौधरी के द्वारा पुलिस प्रशासन के द्वारा चलाये जा रहे, "हमर बेटी हमर मान एवं अभिव्यक्ति कार्यक्रम" के उद्देश्यों के बारे में जानकारी देते हुए महिला एवं बच्चों से संबंधित कानूनों को स्थानीय भाषा में समझाया गया।


 एसडीओपी कुसमी रितेश चौधरी ने जन चौपाल में आये बुजुर्गों, महिलाओं एवं बच्चों को गमछा, साड़ी, कापी, पेन भेंट कर उनलोगो का अभिनंदन किया साथ ही साथ उपस्थित लोगो को मिठाई खिलाकर एक सौहाद्रपूर्ण माहौल का निर्माण किया।

पोलिसिंग को और मजबूत करने के लिए पुलिस अधिकारियो के द्वारा ग्रामीणों के साथ रात्रि विश्राम उन्ही के घर में किया गया जिसमे एसडीओपी रितेश चौधरी के साथ डीपाडीह प्रभारी जोगेन्द्र जायसवाल सहित कुसमी अनुभाग के सभी पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी सामिल रहे  ।