मानदेय पुनरीक्षण में हुई विसंगतियों को लेकर पूरे देश में NACO अधिकारी -कर्मचारियों आक्रोशित…राज्य कार्यालय के सामने किए विरोध प्रदर्शन…परियोजना संचालक के माध्यम से सौपा ज्ञापन…
NACO officer employees across the country agitated over discrepancies in honorarium revision…protest in front of the state office




NACO officer employees across the country agitated over discrepancies in honorarium revision protest in front of the state office
नया भारत डेस्क :मानदेय पुनरीक्षण में विसंगतियों को लेकर एड्स नियन्त्रण संविदा कर्मी आज सम्पूर्ण भारत वर्ष में किए विरोध प्रदर्शन। भारतवर्ष के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों में राष्ट्रीय एड्स नियन्त्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत कार्यरत हम लगभग 25,000 संविदा कर्मी कार्यरत हैं, कोविड-19 में संसाधनों के अभाव के चलते भी पूर्ण ईमानदारी से अपनी सेवायें दी हैं और आज भी दे रहे हैं हमारे सैकड़ों साथी कोविड-19 से संक्रमित भी हुए और कई तो इसके कारण अपनी जान से हाथ धो बैठे। महोदय हमारा मानदेय पुनरीक्षण अप्रैल 2017 में किया जाना था जिसके लिए हम विगत 4 वर्षों से अधिक समय से लगातार निवेदन कर रहे हैं। इससे पूर्व अक्टूबर 2013 में मानदेय पुनरीक्षण किया गया था।
राष्ट्रीय एड्स नियन्त्रण संगठन द्वारा लगभग 8 वर्ष बाद दिनांक 03.08.2022 को मानदेय पुनरीक्षण किया गया है, जो कि वर्तमान में बढ़ती मंहगाई दर के हिसाब से बहुत कम है। इस मानदेय पुनरीक्षण में सभी वरिष्ठ संविदा कर्मियों जो विगत 5 वर्षों से अधिक समय से कार्य कर रहे हैं उनकी उपेक्षा की गयी है, उनको मानदेय पुनरीक्षण में 1 रुपये का भी लाभ नहीं दिया गया है और हमारे हजारों संविदा कर्गी तो इस कार्यक्रम में विगत 18-20 वर्षों से अधिक समय काम करते करते अपनी सरकारी नौकरी की आयुसीमा भी पार कर चुके हैं लेकिन नाको ने मानदेय पुनरीक्षण के नाम पर इनके साथ बहुत बड़ा छल किया है।
इसलिए एड्स नियन्त्रण संविदा कर्मियों ने तय किया है कि दिनांक 22.08.2022 को विरोध स्वरूप धरना प्रदर्शन किय जायेगा एवं 23.08.2022 को राष्ट्रीय एवं राज्य संगठनों का प्रतिनिधि मण्डल नाको एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में वार्ता के लिए जायेगा। सहमति ना बनने की स्थिति में पूरे भारतवर्ष में कार्यबहिष्कार के साथ दिल्ली में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जायेगा।