मणिपुर को उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ के एनकाउंटर की जरूरत है तो मणिपुर में हर जगह शांति और अशांति के लिए मणिपुर के उपद्रवियों को सौ बार सोचना पड़ेगा.

Manipur needs the encounter of Yogi Adityanath

मणिपुर को उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ के एनकाउंटर की जरूरत है तो मणिपुर में हर जगह शांति और अशांति के लिए मणिपुर के उपद्रवियों को सौ बार सोचना पड़ेगा.
मणिपुर को उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ के एनकाउंटर की जरूरत है तो मणिपुर में हर जगह शांति और अशांति के लिए मणिपुर के उपद्रवियों को सौ बार सोचना पड़ेगा.

NBL, 21/07/2023, Manipur needs the encounter of Yogi Adityanath of Uttar Pradesh, so the miscreants of Manipur will have to think a hundred times for peace and unrest everywhere in Manipur.

मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया, गैंगरेप भी हुआ ऐसा ही घटना अन्य राज्यों में भी घट रही है, लोकतन्त्र बचाने वाले कुंभकरणीय नींद में क्यों सोया हुआ है, केवल राजनीति करने के लिए मणिपुर और अन्य राज्यों की घटना पर क्यों राजनीति नही?

जिस राज्य के राजा कमजोर होता है उस राज्य के प्रजा आक्रामक होते है, वैसा ही हाल आज मणिपुर की हो गई है, मणिपुर में जातीय भेदभाव हिंसा और दोनों समुदायों के बहु बेटी सुरक्षित नहीं है, आज बीते घटना को देखने से यही लग रहा है कि मणिपुर का मुख्य मंत्री बिल्कुल लाचार व बेबस नजर आ रहा है और जब पीएम नरेंद्र मोदी सरकार इस कुकृत्य का संज्ञान लिया तो मणिपुर के सीएम अपना खुर्सि बचाने के लिए एक्शन में आये जबकि यह घटना पहले ही घट चुका था और पूरी दुनिया में फैल गए मणिपुर का यह गैंग रेफ वाली घटना और मणिपुर सीएम को कल पता चला ये कैसा आपका राजतन्त्र है। 

अगर मणिपुर को बचाना है तो उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जी जैसा एक्शन लेने वाले मुख्यमंत्री मणिपुर में होना चाहिए जो हाल अभी मणिपुर का है वैसा रहा तो बीजेपी का वर्चस्व गिर जायेगा जबकि बीजेपी का एक्शन सही मायने में मणिपुर में नही दिख रहा है जबकि आप बीजेपी का शासन है मणिपुर में और दो समुदायों के लड़ाई को कंट्रोल मे रख सकते हैं, दोनों समुदायों एक दूसरे के दुश्मन बने हैं और आपस में लड़ मर रहे हैं, उसके जगह सीएम मणिपुर का डर दहसत होनी चाहिए इन दो समुदायों में अगर गलत हो रहा है मणिपुर के लोकतन्त्र के साथ तो लोकतन्त्र को बचाने के लिए सीएम मणिपुर को इन दोनों समुदायों के बदमाशो का एनकाउंटर करवा देना चाहिए ताकि मौत का डर मणिपुर के लोकतन्त्र को नही होना चाहिए बल्कि इन बदमाशो को होना चाहिए सीएम मणिपुर सरकार से इन बदमाशो के घरों में बुलडोजर चलानी होगी और इनके तन मन में डर होना चाहिए बीजेपी सीएम मणिपुर के उपर।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा आज मणिपुर बस की घटना नही है देश के अन्य राज्यों में भी ऐसा घटना रोज घट रही हैं, जिसको आप हम राजनीतिक नेताओं को राजनीतिक चश्मा पहनकर नही देखना चाहिए, चाहे वह राजस्थान की घटना हो या छ्त्तीगढ़ की घटना हो या वेस्ट बंगाल की घटना हो इन सभी घटनाओ को लेकर हम सभी राज्यो के सत्ताधारी दलों को अपने राज्य के बहन बेटीयो के साथ हो रहे अत्याचार पर लगाम लगाई जानी चाहिए और अपने राज्य की लायन आर्डर मजबूत करनी चाहिए ताकि यह घिनोनी कृत्य थम सके और आपसी राजनीतिक मदभेद से उपर उठकर हमें देखना चाहिए, तभी लोकतन्त्र की रक्षा होगा अन्यथा हम राजनीति करने वाले आपस में लड़ते रहेंगे और देश के लोकतन्त्र की दोहाई देने वाले विपक्षी दलों के नेताओं के राज्य में लोकतन्त्र की हत्या होते रहेंगे और बीजेपी शाषित राज्य मणिपुर को लेकर राजनीति करते रहेंगे यह व्यक्तिगत राजनीतिक विषय नही है बल्कि सम्पूर्ण राष्ट्र की सुरक्षा की विषय है।

मणिपुर इंफाल: पिछले दो महीने से जातीय हिंसा की आग में झुलझ रहे मणिपुर से कथित रूप से खौफनाक वीडियो सामने आया है। इसमें पुरुषों का एक समूह दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाते हुए और उनका यौन उत्पीड़न करते हुए नजर आ रहा है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद पहाड़ी राज्य में तनाव फैल गया है। आरोप है कि दोनों महिलाओं को खेत में ले जाकर उनके साथ गैंगरेप हुआ, यह बहुत ही शर्मशार कर देने वाले घटना है इस पर देश के सुप्रीम कोर्ट ने भी निंदा की और पीएम नरेंद्र मोदी इस शर्मनाक घटना की निंदा करते हुए तत्काल प्रभाव में लेने को कहा और आरोपियों के उपर सख्त से सख्त कार्यवाही करने को कहा मणिपुर सीएम मुख्यमंत्री को और मणिपुर सीएम अलर्ट होकर खुद इस शर्मनाक हिंसा के लिए दण्डात्तंक कार्यवाही करने का आदेश दिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

विपक्षी दलों के गठबंधन बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी को टक्कर देने के लिए अपने गिरेबा को नही झाँक रहे हैं कि हमारे राज्य में लोकतन्त्र कितना खतरे में है और चले मणिपुर राज्य में हो रही हिंसा को लेकर राजनीति करने ये कैसा लोकतन्त्र बचाने की कसमे वादे है आप विपक्षी दलों के नेताओं की पुरा देश आज देख रहा है आप देश के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की कृत्य को की कैसा राजनीति देश में हो रहा है, और विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम INDIA हो गया है तो सम्पूर्ण राष्ट्र के लोकतन्त्र को बचाने के लिए आगे बढ़ कर आगे आये तो हम देश वासी जाने की आप अपने राज्य के लोकतन्त्र की रक्षा करने के लिए कमर कस लिये है पहले अपने घरों को दुरुस्त कीजिए फिर दूसरे के घरों में जाना इसे कहते है समान अधिकार न्याय, अपना घर टूटा पड़ा है और दूसरे के घरों को बनाने चले वाह भाई ये कैसा राजनीति है आप लोगों की।