जगरगुंडा एरिया कमेटी सचिव विमला ने प्रेस नोट जारी कर पुलिस द्वारा ग्रामीणों से मार-पीट,फर्जी मुठभेड़ में हत्या करने का लगाया आरोप




दोरनापाल- नक्सलियों की जगरगुंडा एरिया कमेटी की सचिव विमला ने प्रेस नोट जारी कर केंद्र व राज्य सरकार पर मिलकर फ़र्ज़ी मुठभेड़ों में निर्दोष ग्रामीणों की हत्या करने का आरोप लगाया है नक्सली कमांडर विमला द्वारा जारी प्रेस नोट में आरोप लगाया गया है की सुकमा ज़िले के जगरगुंडा थाना अंतर्गत बैनपल्ली पुलागट्टा तोलावर्ति में जगरगुंडा के कर्रेगुड़ा में नया पुलिस कैम्प खोला गया है आरोप लगाया है की डीआरजी द्वारा गश्त के नाम से 23 मई को तोलावर्ति गाँव पर हमला कर तेंदूपत्ता मज़दूरों पर डीआरजी जवानों ने अंधाधुंध फ़ायरिंग कर भगा दिया जबकी इसी फ़ायरिंग मे मिडियम मासा जो चार बच्चे के पिता है की हत्या कर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ होने का मनगढ़ंत कहानी बना जगरगुंडा थाना प्रभारी द्वारा झुठा दावा करने का आरोप लगाया गया है नक्सली सचिव विमला ने आरोप लगाया है की माला को बचाने के लिए रही कुंजाम लखे को भी हांथ टूटते तक मारा गया है वहीं इसी दिन मुचाकी पाले माड़वी लिंगों पदाम बुदरी मिडियम पिसो व मिडियम अर्जून समेत 6 ग्रामीणों को बेहोश होते तक पिटाई करने का आरोप लगाया गया है वही घरों में घुसकर घरों के सामानों को भी लूटने का आरोप लगाया गया है जबकी 2007 में सलवा जूडूम के दौरान भी इसी गाँव में नौ ग्रामीणों की निर्मम हत्या करने का आरोप लगाया गया है वही सुकमा ज़िले के चिंतलनार थाना क्षेत्र के ताड़मेटला गाँव में भी ग्रामीणों से मारपीट करते हुए घरों में लूटपाट करने का आरोप लगाया गया है जबकी 16 मई को मिलमपल्ली गाँव में रहने वाले ग्रामीण मड़कम एर्रा गुरूजी सरकारी कर्मचारी नवीन भीमाल एवं हिंदी को भी गाँव के अंदर पकड़ कर बेदम पिटाई कर एर्रा गुरूजी को छोड़ दिया गया जबकी बाक़ी लोगों को फ़र्ज़ी केशों में जेल भेजने का आरोप लगाया गया है वही सिलगेर मे 12 मई को कैम्प खोलने की बात लिखते हुए शांतिपूर्ण आंदोलन विरोध कर रहे ग्रामीणों पर अंधाधुंध फ़ायरिंग करने का आरोप लगाते हुए एक नाबालिग समेत तीन ग्रामीणों की हत्या करने का आरोप भी पुलिस पर लगाया गया है जबकी 296 लोगों को घायल एवं नौ लोगों के लापता होने का आरोप लगाया गया है जबकी लिखा गया है की एक ओर लॉकडाउन से ग्रामीणों पर पाबंदी लगाया गया है तो वही मोदी व भूपेश बघेल द्वारा नियमों का उल्लंघन करते हुए नया कैम्प बैठाने का आरोप लगाया गया है इसे केंद्र व राज्य सरकार की साज़िश बताते हुए पुरे घटनाक्रमों सामिल जवानों व अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की माँग की गई है