छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर ली और बीजेपी की सारे दांव पेच फेल फिर हार गई उपचुनाव.

In Chhattisgarh's Khairagarh by-election, Congress registered victory, and all the tricks of the BJP failed and then lost the by-election.

छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर ली और बीजेपी की सारे दांव पेच फेल फिर हार  गई उपचुनाव.
छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर ली और बीजेपी की सारे दांव पेच फेल फिर हार गई उपचुनाव.

NBL, 16/04/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. खैरागढ़. छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर ली है. कांग्रेस की यशोदा वर्मा ने 20 हजार से अधिक वोटों से बीजेपी के कोमल जंघेल को हरा दिया है, पढ़े विस्तार से..। 

छत्तीसगढ़ में पंद्रह सालों तक सत्ता में रहने वाली बीजेपी एक और उपचुनाव हार गई है. इससे पहले चित्रकोट, दंतेवाड़ा, मरवाही और अब खैरागढ़ उपचुनाव में भी बीजेपी को करारी शिक्स्त झेलनी पड़ी थी.

जबकि बीजेपी बदली हुई रणनीति के साथ जीत का दावा कर रही थी, ना केवल जीत का दावा बल्कि बीजेपी ने स्थानीय बड़े चेहरों के साथ ही केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते सहित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी चुनावी मैदान में उतारा था. बावजूद इसके बीजेपी को हार झेलनी पड़ी. बीजेपी की हार पर कांग्रेस दावा कर रही हैं कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी राज समाप्त हो गया है. बीजेपी शुरू से ही बांटने की राजनीति कर रही है जो अब नहीं चलने वाली है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. साथ ही कहा कि छत्तीसगढ़ में लोग विकास कार्यों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरे पर जनता विश्वास जता रही है.

भाजपा ने दिग्गजों को मैदान में उतारा... 

छत्तीसगढ़ बीजेपी ने ना केवल केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को चुनावी मैदान में उतारा बल्कि खैरागढ़ के पांच मंडलों के लिए धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, शिव रतन शर्मा जैसे बड़े दिग्गजों को प्रभारी बनाकर अपना-अपना मंडल जीताने की जिम्मेदारी दी थी. साथ ही डॉ. रमन सिंह, अध्यक्ष विष्णुदेवस साय लगातार कैम्पेनिंग कर रहे थे. प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी सतत मॉनीटरिंग कर रही थीं. बावजूद इसके धरातल पर बीजेपी की रणनीति सफल नहीं हो पाई और तमाम सियासी गुणा-गणित पर कांग्रेस की प्रत्याशी यशोदा वर्मा भारी साबित हुई.

अब यह बात अलग है कि बीजेपी हार का ठीकरा शासन-प्रशासन पर फोड़ रही है. बीजेपी के विधिक सलाहकार और वरिष्ठ नेता नरेश चंद्र गुप्ता कहते हैं कि खैरागढ़ में प्रशासन सत्ताधारी दल के गुलाम के रूप में काम किया है. जिला निर्वाचन अधिकारी से लेकर अन्य अधिकारी और विभाग तक कांग्रेस के लिए आयोजन कर रहे थे. बीजेपी की शिकायत भी नहीं सुनी गई. बता दें कि छत्तीसगढ़ में साल 2018 में बीजेपी सत्ता से बेदखल हुई थी. तब से लेकर अब तक बीजेपी की एक जुटता, नेताओं में उत्साह, आक्रमक विपक्ष की सवाल उठते रहे हैं और अब भी वही सवाल बना हुआ हैं कि आखिर बीजेपी कब चेहरों को छोड़ पार्टी के जीत के लिए काम करेगी.

कांग्रेस प्रत्याशी ने जीता जनता का मत. . 

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में आने वाली खैरागढ़ विधानसीट पर उपचुनाव हुआ था. इस उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. यहां से कांग्रेस की यशोदा वर्मा ने 20 हजार से अधिक वोटों से बीजेपी के कोमल जंघेल को हरा दिया है. माना जा रहा है कि उपचुनाव में जनता ने खैरागढ़-गंडई-छुईखदान को जिला बनाने का वादा करने वाली सत्ताधारी दल कांग्रेस का साथ दिया है.