DSP स्विमिंग पूल अश्लील VIDEO मामला : DSP ने लेडी कांस्टेबल के साथ बनाए थे 50 अश्लील वीडियो... महिला कांस्टेबल का 5 साल से था संबंध, अश्लील वीडियो दबाने के लिए 50 लाख में हुई थी डील….इसलिये महिला कांस्टेबल बनवा रही थीं VIDEO…….




जयपुर 13 सितम्बर 2021। राजस्थान में पुलिस उप अधीक्षक हीरालाल सैनी और महिला कांस्टेबल के स्वीमिंग पूल में अश्लीलता करने वाले वीडियो के मामले में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. बता दें कि डीएसपी के गिरफ्तार करने के तीन दिन बाद रविवार को लेडी सिपाही को भी हिरासत में ले लिया गया। पुलिस पूछताछ में दोनों कई राज उगल रहे हैं. बताया जा रहा है कि उन्होंने एक नहीं बल्कि अश्लीलता की हद पार करने वाले 50 वीडियो बनाए थे. डीएसपी के साथ अश्लील वीडियो बनाने के आरोप में निलंबित महिला कांस्टेबल को रविवार को पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने गिरफ्तार कर लिया. उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उसे 17 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
इस मामले में तीन दिन के भीतर आरपीएस और महिला कांस्टेबल समेत कुल 6 पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है. इनमें झोटवाड़ा एसीपी हरिशंकर शर्मा, कुचामन सीओ मोटाराम बेनीवाल, कालवाड़ थाना प्रभारी गुरुदत्त सैनी और चितावा थाना प्रभारी ओमप्रकाश मीणा भी शामिल हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इन चारों के खिलाफ कोई कोई सबूत मिलते हैं तो इन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा. अब आरपीएस और महिला कांस्टेबल को बर्खास्त करने की मांग उठने लगी है. लोग इस घिनौने वीडियो के आरोपियों को तुरंत बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि इससे समाज और देश शर्मसार हो रहा है.
इधर, निलंबित पुलिस अधिकारी और कांस्टेबल के खिलाफ पुलिस ने पड़ताल तेज कर दी है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी हीरालाल सैनी ने मामला दबाने के लिए एक आरपीएस अधिकारी के साथ 50 लाख रुपये में सौदा भी किया था। चितावा थाने में महिला कांस्टेबल के पति ने रिपोर्ट लिखवाई थी, लेकिन इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, क्योंकि चितावा थाना प्रभारी और आरपीएस के बीच 50 लाख रुपये की डील हो चुकी थी, लेकिन तय समय पर पैसे नहीं पहुंचने पर आरपीएस और हीरालाल में विवाद हो गया।
महिला कांस्टेबल ने 13 जुलाई को वॉट्सअप स्टेट्स पर स्वीमिंग पूल की तस्वीरें और वीडियो अपलोड किए थे। कांस्टेबल ने 26 जुलाई को कालवाड़ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके मोबाइल पर दो युवकों ने उसके पुरुष मित्र के साथ के वीडियो का स्क्रीन शॉर्ट भेजा है और वायरल करने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की मांग की है।
इससे पहले मामले में राजस्थान पुलिस सेवा के अफसर को भी गिरफ्तार किया गया था, जिसे 17 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया था. एसओजी का कहना है कि कांस्टेबल को कलवार इलाके में उसके चाचा के आवास पर रखा गया था. उसे पॉक्सो अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया और उससे पूछताछ की जा रही है. सूत्रों ने कहा कि वीडियो क्लिप को 10 जुलाई को अजमेर जिले के पुष्कर शहर के एक लक्जरी रिसॉर्ट में कांस्टेबल के मोबाइल फोन से शूट किया गया था. आरपीएस अधिकारी हीरा लाल सैनी अजमेर जिले में ब्यावर अंचल अधिकारी के पद पर जबकि महिला आरक्षक जयपुर में पदस्थापित थी.
अफसर हीरा लाल सैनी महिला कांस्टेबल का जन्मदिन मनाने के लिए रिसॉर्ट में गए थे. एसओजी ने कहा कि वे रिसॉर्ट के कमरे से जुड़े एक निजी स्विमिंग पूल में अश्लील हरकत कर रहे थे, उनके साथ उनका छह साल का बेटा भी था. एसओजी अधिकारी ने कहा, ‘महिला वीडियो क्लिप को एक अलग फोल्डर में सेव कर रही थी, लेकिन अनजाने में इसे अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर पोस्ट कर दिया, जिसे उसके पति और परिवार के अन्य सदस्यों ने देखा.’
SOG की पूछताछ में पता चला है कि निलंबित DSP सैनी और महिला कॉन्स्टेबल के बीच क़रीब 5 साल से संबंध थे. इस संबंध की वजह से महिला कांस्टेबल ने अपने पति को छोड़ दिया था. इस मामले में कई पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरी है. दो अन्य आरपीएस अधिकारियों और जयपुर और नागौर के दो पुलिस थानों के एसएचओ को कथित तौर पर ड्यूटी में लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है.
दरअसल, कांस्टेबल के पति ने नागौर के पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत भेजकर दोनों के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी और शिकायत 10 अगस्त को चितवा थाने के एसएचओ को भेज दी गई थी लेकिन उन्होंने मामला दर्ज नहीं किया. इससे पहले जुलाई के अंतिम सप्ताह में महिला कांस्टेबल ने जयपुर के कलवार पुलिस थाने में शिकायत दी थी कि किसी ने उसे फोन कर कहा कि उसके पास उसके अश्लील वीडियो हैं और उससे 10 लाख रुपये की मांग की है.
चितवा व कलवार थाना के एसएचओ प्रकाश चंद मीणा व गुरुदत्त सैनी, कुचामन अंचलाधिकारी मोटाराम बेनीवाल और झोटवाड़ा एसीपी हरि शंकर शर्मा को भी शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया. सूत्रों ने कहा कि विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों को मामले की जानकारी थी लेकिन कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई.