कोविशील्ड टीका लगवाने वाले व्यक्तियों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार एवं मृतकों के आश्रितों को आर्थिक क्षतिपूर्ति की उठी मांग : राजेश दीक्षित




कोविशील्ड टीका लगवाने वाले व्यक्तियों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार एवं मृतकों के आश्रितों को आर्थिक क्षतिपूर्ति की उठी मांग
पन्ना : कोविशील्ड से साइड इफेक्ट का मामला सामने आने के बाद अब कोविशील्ड टीका लगवाने वाले व्यक्तियों की चिंता बढ़ने लगी है इसके साथ ही अब वैक्सीन लगवाने वाले व्यक्तियों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार और मौत होने पर उनके वारिशों को आर्थिक क्षतिपूर्ति दिलाने की मांग भी उठने लगी है।
इस संबंध में महंत एवं एडवोकेट पंडित राजेश दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्रिटेन में द टेलीग्राफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि यूको की फार्मा कंपनी एक्स्ट्राजैनिका ने लंदन की कोर्ट में स्वीकार किया है कि ऑक्सफोर्ड के साथ एस्ट्रेजेनिका कोरोना वायरस की वैक्सीन से साइड इफेक्ट देखने को मिले हैं।
भारत में इस वैक्सीन को हम कोविशील्ड नाम से जानते हैं जिसका भारत में निर्माण पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने किया था, फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनिका ने गंभीर बीमारी थ्रोम्बोसिस के साथ थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम टीटीएस होना स्वीकार किया है। उसका टीका टीटीएस का कारण बन सकता है, ऐसी स्थिति में व्यक्ति में प्लेटलेट काउंट घटने व थ्रोम्बोसाइटोपेनिंग या खून के थक्के जमने जैसी समस्या हो सकती है, जिससे ब्रेन में सेब्रेरल वेनिस साइनिसि खून के थक्के ब्रेन में जमना, पैरों की खून की नलियों में डीप बेन खून के थक्के बनते हैं व पेट स्पेलिक बेन में खून के थक्के बनते हैं जो हार्टअटैक का कारण भी बनते हैं।
यह बीमारियां इस टीके से भी होती हैं। जिन्हें वैक्सीन प्रेरित इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के रूप में जाना जाता है, टीका लगवाने वाले व्यक्तियों में टीटीएस थ्रांबोसाइटोपेनिया गंभीर बीमारी हो रही है जिसका इलाज चिकित्सालय की आईसीयू में ही किया जाता है। इस फार्मूले की कोविड 19 वैक्सीन भारत में कोविशील्ड वैक्सीन नाम से जानी जाती है। जिसे व्यक्तियों को बिना पूर्ण ट्रायल के लगाया गया है। जिससे उसके शरीर में खून के थक्के जमने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
भारतीय संविधान के जीने के अधिकार के तहत प्रत्येक व्यक्ति का नियमित निशुल्क चिकित्सकीय परीक्षण कराया जावे एवं बीमारी के लक्षण पर निशुल्क उपचार करवाया जाए यदि व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसके आश्रितों को 5 करोड़ रूपये आर्थिक क्षतिपूर्ति राशि प्रदान की जावे इस अति महत्वपूर्ण मांग को लेकर महंत एवं एडवोकेट पंडित राजेश दीक्षित के नेतृत्व में 8 मई 2024 को पन्ना कलेक्टर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा, श्री दीक्षित के द्वारा कोविशील्ड वैक्सीन लगवा चुके इच्छुक व्यक्तियों से ज्ञापन में शामिल होने की अपील की गई है।