Chhattisgarh Income Tax Raid : छत्तीसगढ़ के कई कारोबारियों के ठिकाने पर इनकम टैक्स का छापा….रायपुर,कोरबा सहित इस जिले में कई जगहों पर तड़के दबिश….दस्तावेज खंगालने में जुटी टीम…मचा हड़कंप…

Chhattisgarh Income Tax Raid छत्तीसगगढ़ में एक बार फिर आयकर विभाग ने छापा मारा है। रायगढ़, कोरबा और रायपुर में कोयला कारोबार से जुड़े लोगों के घर कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले ही 50 लोगों की टीम राजधानी पहुंची थी।

Chhattisgarh Income Tax Raid : छत्तीसगढ़ के कई कारोबारियों के ठिकाने पर इनकम टैक्स का छापा….रायपुर,कोरबा सहित इस जिले में कई जगहों पर तड़के दबिश….दस्तावेज खंगालने में जुटी टीम…मचा हड़कंप…
Chhattisgarh Income Tax Raid : छत्तीसगढ़ के कई कारोबारियों के ठिकाने पर इनकम टैक्स का छापा….रायपुर,कोरबा सहित इस जिले में कई जगहों पर तड़के दबिश….दस्तावेज खंगालने में जुटी टीम…मचा हड़कंप…

Chhattisgarh Income Tax Raid

डेस्क : छत्तीसगगढ़ में एक बार फिर आयकर विभाग ने छापा मारा है। रायगढ़, कोरबा और रायपुर में कोयला कारोबार से जुड़े लोगों के घर कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले ही 50 लोगों की टीम राजधानी पहुंची थी।

रायगढ़ में NR इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल के ठिकानों पर जांच की जा रही है। शहर के गजानंद नगर में कोयला कारोबारी राकेश शर्मा के घर भी कार्रवाई जारी है। रायपुर में लॉ विस्टा सोसायटी में रामगोपाल अग्रवाल के घर टीम जांच कर रही है। रिंटू सिंह, जय अम्बे ट्रांसपोर्टर के मालिक जोगेन्दर के भाई के घर में भी टीम दस्तावेज खंगाल रही है।

 

इनकम टैक्स के छापे से प्रदेश में हड़कंप मच गया है। बताते हैं, रायगढ़ के एन आर इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल के रायगढ़ और उनके भाई रामावतार अग्रवाल के राजधानी रायपुर के लाविस्ता कॉलोनी में भी इनकम टैक्स की टीम पहुंची है। इसके अलावा रायगढ़ के कोल कारोबारी राकेश शर्मा के यहां भी छापे पड़े हैं। छापे का विस्तृत ब्यौरा शाम तक मिलने के संकेत हैं। खबर है, इस छापे के लिए दिल्ली से भी इनकम टैक्स अफसरों की टीम फ्लाइट से रायपुर आई थी।

 

इसके लिए एयरपोर्ट पर दो दर्जन से अधिक गाडियां लगाई गई थी।रिंटू सिंह, जय अम्बे ट्रांसपोर्टर के मालिक जोगेन्दर के भाई के रायपुर स्थित गोल्डन स्काई स्थित घर पर भी रेड पड़ने की खबर है।NR इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल ने पिछले दिनों राज्य सरकार से 5000 करोड़ रुपए का एमओयू साइन किया था। इसके साथ ही उन्होंने पिछले 2 साल में अपने प्लांट का एक्सटेंशन दो हजार करोड़ रुपए की लागत से कराया था। इसके बाद से ही वह आईटी के रडार पर थे। ऐसा माना जा रहा है कि इन्हीं बड़े लेन-देन को लेकर आईटी ने छापा मारा है।