CG में क्रिकेट कोच गिरफ्तार: क्रिकेट एकेडमी के कोच ने खिलाड़ियों को BCCI का फर्जी लेटर देकर झांसे में लिया... नेशनल क्रिकेटर बनाने के नाम पर ठग लिया... पेरेंट्स से लिए 61 लाख....

Chhattisgarh Crime, Cricket Coach Arrested, Cricket Academy coach duped players by giving them fake BCCI letters, cheated 61 lakhs in name of making them national cricketers, Bilaspur

CG में क्रिकेट कोच गिरफ्तार: क्रिकेट एकेडमी के कोच ने खिलाड़ियों को BCCI का फर्जी लेटर देकर झांसे में लिया... नेशनल क्रिकेटर बनाने के नाम पर ठग लिया... पेरेंट्स से लिए 61 लाख....
CG में क्रिकेट कोच गिरफ्तार: क्रिकेट एकेडमी के कोच ने खिलाड़ियों को BCCI का फर्जी लेटर देकर झांसे में लिया... नेशनल क्रिकेटर बनाने के नाम पर ठग लिया... पेरेंट्स से लिए 61 लाख....

Chhattisgarh Crime, Cricket Coach Arrested, Cricket Academy coach duped players by giving them fake BCCI letters, cheated 61 lakhs in name of making them national cricketers

 

Bilaspur: क्रिकेट टीम में सलेक्शन का झांसा देकर ठगी करने वाले क्रिकेट कोच को गिरफ्तार किया गया है। बिलासपुर जिले के तोरवा थाना क्षेत्र का मामला है। आकाश खन्ना (22) प्राइम क्रिकेट एकेडमी में क्रिकेट की कोचिंग करने जाता था। इसी दौरान वहां के कोच सन्नी दुआ के द्वारा उनके बेटे को क्रिकेट टीम में सलेक्शन करवाने का झांसा देकर 1 लाख 67 हजार 800 रुपये लेकर ठगी कर ली। इसी तरह कई औऱ लोगो से कुल 61 लाख रुपये लेकर उन्हें बीसीसीआई व छतीसगढ़ क्रिकेट संघ का फर्जी सलेक्शन लैटर थमा दिया। 

साथ ही मलेशिया में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट में सलेक्शन का फर्जी प्रमाण पत्र भी थमा दिया। जिसकी शिकायत एसएसपी के पास की गई थी। वरिष्ठ पुलिस उपमहानिरीक्षक के निर्देशन प्राप्त होने पर आरोपी क्रिकेट कोच सन्नी दुआ के खिलाफ अपराध क्रमांक 22/2023 धारा 420,467,468 दर्ज कर एडीशनल एसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल के निर्देशन व सीएसपी पूजा कुमार (आईपीएस) मैडम के मार्गदर्शन में आरोपी सन्नी दुआ को गिरफ्तार किया गया है। 

 

आरोपी के खिलाफ़ उत्तरप्रदेश के लखनऊ जिले के ग्रामीण थाने में भी 22 अगस्त 2019 को इसी तरह से ठगी करने का एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेजा गया था और चालान न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था। जिसमे आरोपी अभी जमानत पर है। आरोपी सन्नी दुआ को तोरवा थाना के प्रकरण में न्यायिक रिमांड के लिए अदालत में प्रस्तुत किया गया। जहां से न्यायालय के निर्देश पर उसे जेल दाखिल करवाया गया।