CG- 'पुष्पा' स्टाइल में तस्करी: चंदन की लकड़ी बरामद...चंदन लकड़ी के साथ MP के आरोपी गिरफ्तार....
चंदन तस्करों को जीपीएम पुलिस ने पकड़ा मध्यप्रदेश से काटकर छत्तीसगढ़ में लाकर ऊंचे दाम में बेचने की थी योजना तस्करों की योजना नाकाम 90 किलो चंदन लकड़ी कीमती 7,20,000 रुपए, एक पिकअप CG 10AY7585 कीमती 04 लाख, कुल कीमती 11,20,000 बरामद।




नया भारत डेस्क : चंदन तस्करों को जीपीएम पुलिस ने पकड़ा मध्यप्रदेश से काटकर छत्तीसगढ़ में लाकर ऊंचे दाम में बेचने की थी योजना तस्करों की योजना नाकाम 90 किलो चंदन लकड़ी कीमती 7,20,000 रुपए, एक पिकअप CG 10AY7585 कीमती 04 लाख, कुल कीमती 11,20,000 बरामद।
तस्कर मध्यप्रदेश के चंदन की चोरी कर छत्तीसगढ़ में तस्करी करते थे। जीपीएम की एसपी भावना गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस मामले में खुलासा किया। पुलिस ने जितेंद्र सिंह सराठी और मोतीलाल यादव को गिरफ्तार किया है।पुलिस ने इन दोनों को तब दबोचा, जब ये दोनों ग्राहक तलाश रहे थे।
साइबर सेल प्रभारी श्री सुरेश कुमार ध्रुव को सूचना मिली कि गौरेला थाना क्षेत्र के ग्राम अंधियारखोह, दर्री के दो लोग चंदन लकड़ी अपने पास रखें हैं और ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। साइबर सेल प्रभारी के द्वारा घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल आवत कराया गया इस संबंध में पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमति मनीषा ठाकुर रावटे, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री श्याम कुमार सिदार के मार्गदर्शन में सायबर सेल एवम् थाना प्रभारी गौरेला को तत्काल कार्यवाही हेतु निर्देशित किये।
साइबर सेल एवं थाना की टीम के द्वारा अलग-अलग जगह पर पिकअप वाहन आने की सूचना पर नाकाबंदी किए जो टीकर कला तिराहे के पास उक्त संदिग्ध वाहन को रोककर चेक किया गया जिस पर तीन प्लास्टिक के बोरों पर चंदन की लकड़ी बरामद की गई। आरोपियों से पूछताछ पर पाया गया कि उक्त लकड़ी मध्य प्रदेश के भेलवा गांव के पास से चोरी कर काट कर लाए थे और ऊंचे दाम में बेचते। संरक्षित प्रजाति का वृक्ष होने से उक्त लकड़ी के परिवहन आदि का परमिट नही होने से लकड़ी व पिकअप को जप्त कर दोनों आरोपियों के विरुद्ध विधिसम्यक कार्यवाही की गई है।
संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी गौरेला सौरभ सिंह, साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक श्री सुरेश ध्रुव , सहायक उप निरीक्षक मनोज हनोटिया, प्रधान आरक्षक रवि त्रिपाठी, आरक्षक राजेश शर्मा, महेंद्र परस्ते की सराहनीय भूमिका रही।