CG प्रभारी प्राचार्य आत्महत्या मामला :स्टॉफ की प्रताड़ना से तंग आकर प्रिंसिपल ने की थी कालेज में खुदकुशी, पुलिस को घटनास्थल से मिला सुसाईड नोट…इतने लोगों पर लगाया ये आरोप…पढ़े पूरा मामला……




दुर्ग 28 अक्टूबर 2021- नागरिक कल्याण कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. भुवनेश्वर नायक की अपने ही कालेज के तीन स्टाफ की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी करने की बात सामने आ रही है। पुलिस ने घटनास्थल से एक सुसाइड नोट जब्त किया है, जिसमें डॉ. भुवनेश्वर नायक ने आत्महत्या से पहले 3 लोगों पर इस खुदकुशी का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि ये तीनों उसी कॉलेज के स्टाफ हैं। डॉ. नायक ने लिखा है कि इन्हीं तीन लोगों के प्रताड़ित करने से परेशान होकर वे खुदकुशी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि नागरिक कल्याण कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. भुवनेश्वर नायक की लाश आज कालेज के पुराने भवन में फांसी के फंदे पर मिली थी। सुबह के वक्त कालेज आने के बाद डॉ.भुवनेश्वर ने कालेज भवन में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना की जानकारी के बाद आत्महत्या के कारणों की तफ्तीश में जुटी पुलिस को एक सुसाईट नोट मिला है, जिसमें डॉ.नायक ने तीन लोगों के नाम का सरनेम लिखा है। कालेज सूत्रों की माने तो जिन तीन लोगों के नाम सुसाईड नोट में लिखे है वे तीनों अपनी मर्जी से कॉलेज को चलाना चाहते थे और कई कालेज में कई गड़बड़ियां करने के साथ ही भ्रष्टाचार कर चुके हैं। डॉण् नायक इन सब में उनका साथ नहीं दे रहे थे।
इसके साथ ही बताया जा रहा है कि कॉलेज के हर काम में डॉण् नायक का विरोध करने के चलते वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगे थे। जिससे परेशान होकर डॉ. नायक ने उच्च शिक्षा विभाग को प्राचार्य का प्रभार नहीं लेना चाहते है, यह तक लिखकर दे दिया था। फिलहाज पुलिस सुसाईड नोट के मिलने के बाद तीनों शख्स से पूछताछ करने की बात कह रही है।
एडिशनल एसपी ग्रामीण अनंत कुमार ने बताया कि जांच में जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें तीन सरनेम लिखे गए हैं। यह तीनों लोग कौन हैं। इसकी जांच की जा रही है। जांच में यह बात जरूर सामने आई है की जिन लोगों का नाम सुसाइड नोट में लिखा है वह कॉलेज के स्टॉफ है। अब इन्होंने डॉ. नायक को किस तरह प्रताड़ित किया कि वो आत्महत्या के लिए मजबूर हो गए। इसकी जांच की जा रही है। डॉ. नायक के परिवार वालों ने भी किसी प्रकार का आरोप नहीं लगाया है। अंतिम संस्कार के बाद पुलिस उनसे पूछताछ करेगी।
डॉ. नायक के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी खुशबू की शादी करीब 3-4 साल पहले बस्तर में हुई थी। इसके बाद छोटी बेटी सिम्मी के हाथ पीले करने का सपना ही बचा था। सिम्मी बीए फर्स्ट ईयर में नागरिक कल्याण कॉलेज में ही पढ़ रही है। फिलहाल डॉ. नायक के जाने से उनका पूरा परिवार बिखर सा गया है। उनकी पत्नी और बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल है।
घटनाक्रम को देखकर पता चल रहा है कि डॉ. नायक ने खुदकुशी करने की पूरी प्लानिंग कर ली थी। सुबह 8 बजे वह घर से कॉलेज जाने की बात कहकर निकले थे। इसके बाद रास्ते में उन्होंने एक लाल रंग की नाइलोन की रस्सी खरीदी और बाइक से कॉलेज पहुंचे। कॉलेज पहुंचने के बाद वह बाइक को पुराने भवन में ले गए, जहां कोई नहीं आता जाता।