अमृतसर: पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की अपनी ही सियासी कर्मभूमि में कांग्रेस बिखरकर रह गई है।

अमृतसर: पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की अपनी ही सियासी कर्मभूमि में कांग्रेस बिखरकर रह गई है।

NBL,. 18/02/2022, Lokeshwer Prasad Verma,... विपिन कुमार राणा, अमृतसर: पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की अपनी ही सियासी कर्मभूमि में कांग्रेस बिखरकर रह गई है। विधानसभा चुनाव 2022 में शहर में अगर किसी पार्टी को सबसे बड़ा आघात लगा है तो वह कांग्रेस है। पढ़े विस्तार से...।

खास बात यह है कि खुद सिद्धू के अपने विधानसभा हलका पूर्वी में ही चार कांग्रेस पार्षद अकाली दल ज्वाइन कर गए हैं। मेयर करमजीत सिंह रिटू सहित दस कांग्रेसी पार्षद अलग-अलग पार्टियों में जा चुके हैं।

विडंबना यह है कि कांग्रेस पंजाब का तानाबाना बुनने की कवायद में जहां सिद्धू सफल नहीं रहे, वहीं उनके अपने शहर में तो चुनाव निपटते निपटते कितने कांग्रेसी दूसरे दलों में चले जाएंगे, इसका आंकलन करने में सियासी माहिर जुटे हुए हैं। अभी तक सबसे ज्यादा अकाली दल कांग्रेस के नेता ले गया है। इसमें सिद्धू की खासमखास पार्षद राजेश मदान, राजिदर सैणी, जसविदर सिंह लाडो पहलवान के अलावा जिला कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रधान व पार्षद जतिदर सोनिया शामिल है, यह चारों पार्षद सिद्धू के हलके से संबंधित है। इसके अलावा दो पार्षद उत्तरी हलके से कांग्रेस की झोली में आए है। इन्हें सिद्धू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बिक्रम सिंह मजीठिया ने ज्वाइन करवाया था। चार पार्षद आप और दो अकाली दल में गए। 

कांग्रेस को बड़ा संगठनात्मक घाव देने वाला दूसरा हलका विधानसभा हलका उत्तरी है। इसमें मेयर करमजीत सिंह रिटू, पार्षद प्रियंका शर्मा, गुरजीत कौर व पूर्व पार्षद अनेक सिंह सहित कई साथी आम आदमी पार्टी में चले गए। इतना ही नहीं इसी हलके में दो कांग्रेसी पार्षद अश्वनी कुमार नवी भगत व काजल ने अकाली दल का दामन थाम लिया। इन्हें पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने ज्वाइन करवाया था। शिअद-आप के निशाने पर कांग्रेस

चुनाव को अभी तीन दिन बाकी है। ऐसे में विधानसभा हलका पूर्वी और उत्तरी से कांग्रेस के कई ओर विकट गिरने बाकी है। मजीठिया द्वारा भी लगातार कांग्रेसी नेताओं को अकाली दल में ज्वाइन करवाया जा रहा है, वही दूसरी तरफ जोशी भी कांग्रेस भी बुरी तरह से घात लगा रहे है। सूत्रों की माने तो अभी भी आधा दर्जन नेताओं की सूची मजीठिया व जोशी तैयार करके बैठे हुए है, जिनकी आने वाले दिनों में ज्वाइनिग हो सकती है।