सिलगेर के ग्रामीण चाहते हैं विकास हो,कैम्प निर्माण के बाद तेज़ी से पहुँच रहा है विकास,नक्सलियों का आधार क्षेत्र छिन गया इसी लिए करवा रहे थे प्रदर्शन:फ़ारूख अली




सुकमा:समाज सेवी फ़ारूख अली सिलगेर से लौटकर पत्रकारों से अनुभव साझा करते हुए बताया की सिलगेर प्रदर्शन महज नक्सलियों की साज़िश का नतीजा है,सिलगेर के ग्रामीण विकास चाहते हैं,फ़ारूख अली ने बताया के ग्रामीण जब वर्दी वालों से मिल रहे हैं तो उनके चहरों पर मुस्कान रह रही है,फ़ारूख अली ने आगे कहा के कैम्प निर्माण से सड़क निर्माण मे तेज़ी आइ,मूलभूत सुविधाएँ आसानी से पहुँच रहे हैं,दरसल प्रदर्शन करवाने के पीछे नक्सलियों का मक़सद ये है के सिलगेर नक्सलियों का सेंटर हुआ करता था वो छिन गया,नक्सलियों को डर सता रहा है के उनका अस्तित्व ख़त्म हो जाएगा,फ़ारूख अली ने आगे कहा दिल्ली से आये और बस्तर मे रह रहे तथाकथित समाजसेवियों को आदिवासियों से कोई सरोकार नही,नक्सलियों द्वारा बीते दिनों सुकमा ज़िले मे सरपंच के पति और एक अन्य महिला की बेरहमी से हत्या किए,बीजापुर ज़िले मे भी एक ग्रामीण की हत्या किए थे,उसकी पत्नी अस्थियाँ लेकर FIR लिखवाने आइ थी तब क्यों कोई दिल्ली वाले या तथाकथित समाजसेवी आवाज़ नही उठाये,मूल निवासी बचाओ मंच वालों को भी क्या नक्सलियों के हाथों मारे गए ग्रामीण नज़र नही आ रहे हैं।
सिलगेर दौरे के दौरान वहाँ के निवासियों से मुलाक़ात की और कहा सिलगेर वाले विकास चाहते हैं और प्रदर्शन करने नक्सली दूसरे गाँवों ज़िलों से दबाव बनाकर भेजे थे,अब वहाँ कोई प्रदर्शन नही है ।
समाज सेवी फ़ारूख अली ने कहा नक्सलियों का खेल लगभग अब ख़त्म हो रहा है क्यों की बीते दिन सुकमा ज़िले के अतिसंवेदनशील गाँव करिगुंडम से आए एक विडियो मे जहाँ बच्चे सड़क बनने से खुश होकर झूम रहे हैं,ये तस्वीर वाक़ई बदलते बस्तर के भविष्य की है जो विकास चाहते हैं।
फ़ारूख अली ने कहा सिलगेर कैम्प पर हमले के दौरान मुठभेड़ मे क्रास फ़ाइरिंग मे जो ग्रामीण मारे गये उनके परिवार को सरकार जल्द से जल्द मुआवज़ा दे।