IAS गिरफ्तार : भ्रष्ट निकला ये IAS अधिकारी...500 करोड़ सम्पति अर्जित करने के आरोप में IAS गिरफ्तार…6 दिन बाद होने वाले थे रिटायर, विजिलेंस ने दबोचा;मचा हड़कंप...

Uttarakhand IAS arrested: This IAS officer turned out to be corrupt... IAS arrested for earning 500 crores property रामविलास यादव के खिलाफ चल रही कार्रवाई के बाद अब लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) में खलबली मची हुई है

IAS गिरफ्तार : भ्रष्ट निकला ये IAS अधिकारी...500 करोड़ सम्पति अर्जित करने के आरोप में IAS गिरफ्तार…6 दिन बाद होने वाले थे रिटायर, विजिलेंस ने दबोचा;मचा हड़कंप...
IAS गिरफ्तार : भ्रष्ट निकला ये IAS अधिकारी...500 करोड़ सम्पति अर्जित करने के आरोप में IAS गिरफ्तार…6 दिन बाद होने वाले थे रिटायर, विजिलेंस ने दबोचा;मचा हड़कंप...

 

IAS arrested: This IAS officer turned out to be corrupt IAS arrested for earning 500 crores property
देहरादून। 500 करोड़ सम्पति अर्जित करने के आरोप में उत्तराखंड कैडर के आईएएस को गिरफ्तार किया गया है। आईएएस 30 जून को रिटायर होने वाले हैं, इससे पहले उन्हें उत्तराखंड के सतर्कता विभाग ने गिरफ्तार किया है। आईएएस पर अपनी आय से 500 गुना से भी अधिक सम्पति इक्कठे करने का साक्ष्य सतर्कता विभाग को मिले हैं। उनके खिलाफ लखनऊ के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने मोर्चा खोला हुआ था । जिसने इस पूरे मामले को उठाया। चार वर्ष की जांच पड़ताल के बाद आईएएस के खिलाफ मई माह में मुकदमा दर्ज हुआ था। यूपी सरकार ने भी आईएएस के खिलाफ जांच के लिए उत्तराखंड सरकार को पत्र लिखा था। 

डाक्टर राम विलास यादव उत्तराखंड के मूल निवासी हैं। उन्होंने सन 92 में यूपी में पोसीएस परीक्षा उतीर्ण कर डिप्टी कलेक्टर के रूप में उत्तरप्रदेश में सेवा शुरू की थी। 2016 में वे अपने गृह राज्य उत्तराखण्ड चले गए थे। यूपी में वे विभिन्न पदों पर रहने के साथ ही लखनऊ विकास प्राधिकरण के सीईओ भी रहे थे। वर्तमान में वे उत्तराखंड सरकार में कृषि विभाग के अपर सचिव है। इनके खिलाफ लखनऊ के सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत मिश्रा ने मोर्चा खोला हुआ था। मिश्रा का कहना है कि राम विलास यादव म इशारे पर पुलिस ने उन पर बर्बरता की और कई झूठे मामले में एफआईआर की। हेमंत मिश्रा की शिकायत पर यूपी सरकार ने उत्तराखंड सरकार को यादव की जांच करवाने को पत्र लिखा था।(IAS arrested: This IAS officer turned out to be corrupt IAS arrested for earning 500 crores property)

उतराखण्ड के सतर्कता विभाग के यादव के खिलाफ 2018 से जांच शुरू की थी और 2021 के सितंबर में विजिलेंस को रिपोर्ट सौपी थी। जिसके बाद सरकार की सहमति मिलने पर मई में यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए यादव ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। पर हाईकोर्ट ने कोई राहत न देते हुए विजिलेंस के सवालों का सामना करने के निर्देश यादव को दिए थे। जिसके बाद वे मंगलवार को विजिलेंस विभाग के समक्ष पेश हुए थे।(IAS arrested: This IAS officer turned out to be corrupt IAS arrested for earning 500 crores property)

यादव से एडिशनल एसपी रैंक के अफसर के नेतृत्व में 6 और सदस्यों ने पूछताछ शुरू की। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से शुरू हुई पूछताछ देर रात दो बजे तक चली जिसमे कुल 100 से ज्यादा सवाल पूछे गए। पर कई सवालों का यादव ने जवाब नही दिया और कई का गोल मोल जवाब देते रहे। जिसके बाद उन्हें देर रात दो बजे गिरफ्तार कर लिया गया हैं।

500 करोड़ की सम्पति मिलने का अनुमान:-

मुकदमा कायम करने के बाद विजिलेंस ने उनके लखनऊ,गाजीपुर,देहरादून स्थित आवासो पर छापे मारे थे। गाजीपुर में उनकी पत्नी के नाम से बेशकीमती दो जमीने मिली है। यादव ने 2013 से 16 तक देहरादून,लखनऊ व गाजियाबाद में करोड़ो की जमीन और फ्लैट खरीदे है। यादव मूलतः उत्तराखंड में गाजीपुर के ही निवासी हैं। उत्तराखण्ड के अपर पुलिस महानिदेशक अमित सिन्हा के अनुसार यादव के खिलाफ आय से 522 फीसदी सम्पति होने की जानकारी मिली थी। पूछताछ व अभिलेखों के आधार पर उनकी कुल वार्षिक आय 50 लाख 48 हजार 204 रुपये व व्यय तीन करोड़,12 लाख 37 हजार 756 रुपये होना पाया गया है। सिन्हा के मुताबिक आरोपी अधिकारी यादव आय और व्यय की इस रकम में अंतर का कारण नही बता पाए। करोड़ो की सम्पति होने के चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया है। और उनकी पत्नी कुसुम के नाम से भी प्रापर्टी होने के चलते उनकी पत्नी को भी अब पूछताछ के लिए बुलाया गया है।(IAS arrested: This IAS officer turned out to be corrupt IAS arrested for earning 500 crores property)