मुक्ति मोर्चा व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के नेता नवनीत चांद के नेतृव में जिला कलेक्टर से मुलाकात कर मांगा अपने विकास व सुविधाओ का अधिकार




उफनते नालों से, जिंदगी और मौत के बीच रोज सफर तय कर अपने आशियाने जाने को मजबूर, बास्तानार ब्लॉक के सांवगेल ग्राम पंचायतों के निवासियों ने ,मुक्ति मोर्चा व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के नेता नवनीत चांद के नेतृव में जिला कलेक्टर से मुलाकात कर मांगा अपने विकास व सुविधाओ का अधिकार - भरत कश्यप
आजादी के ये कैसा अमृत महोत्सव ?,जब बस्तर संभागीय मुख्यालय जिले के सावगेंल जैसे ग्राम पंचायत ,अपने विकास,मूलभूत सुविधाओं के उपभोग व अधिकार से आज पर्यंत तक वंचित, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों,राज्य सरकार,विभागीय जिमेदार अधिकारी अपने कर्तव्यों,जिमेदारियों के प्रति पूर्णता उदासीन - नवनीत चांद/भरत कश्यप
जगदलपुर। बस्तर संभागीय मुख्यालय के बस्तर जिले के चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र के बास्तानार ब्लाक "ग्राम पंचायत सावंगेल "जंगलपारा व तितरीपारा, के ग्रामीण के साथ जोगी पार्टी बस्तर जिलाध्यक्ष व मुक्तिमोर्चा मुख्य संयोजक नवनीत चांद के नेतृव व जिलाध्यक्ष भरत कश्यप की अध्यक्षता में बस्तर जिला कलेक्टर मुलाकात कर ग्रामवासियों आजादी के 75 वे अमृत महोत्सव के पश्चात भी संवैधानिक मौलिक अधिकारों के तहत विकास,मूलभूत सुविधाओ वंचित होने का दर्द बया कर विकास के कार्य स्वीकृत करने की रखी मांग, उक्त घटनाक्रम को देखकर बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक एवं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के बस्तर जिला अध्यक्ष नवनीत चांद व मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष भरत कश्यप ने भाजपा व कांग्रेस की सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि,सांवगेल पंचायत का विकास सिर्फ कागजों तक सीमित, जहां पर ब्लाक,जिला मुख्यालय को जोड़ने एवं एम्बुलेंस सेवा गांव तक पहुंचने के लिए सड़क व पुलिया तक नहीं, गांव में शुद्ध पानी,बिजली, स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी तक सुविधा नहीं है।
ग्रामीण गढ्ढे व नाला का पानी पीने में मजबूर हैं, आजाद भारत में आज भी ग्रामीण अंधेरे में गुजारा चल रहा है। सरकार के जनप्रतिनिधि से रोशनी की उम्मीद की राह देख रहे हैं। तो वही ग्राम पंचायतों के निवासियों ने खुल कर बात रखते हुए बताया कि भाजपा एवं कांग्रेस से चुनकर आने वाले विधायक व सांसद सिर्फ चुनाव वक्त वोट मांगने ही क्षेत्र में पहुंचते हैं ,क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि,नव राज्य निर्माण के पश्चात भी आज पर्यंत तक मौलिक अधिकारों से जुड़े विकास को पहुंचने में नाकामयाब रहे है।
चुनाव में लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से पार्टियों के घोषणा पत्र पर विश्वास जता मतदान करने पर भी हमें वादा खिलाफी ही मिली है। ग्राम वाशियो के दुख एवं समस्यायों को सुनकर नवनीत चांद ने कहां जंगल से लगे अंदरुनी दूरस्थ ग्राम पंचायतों अधूरे विकास कार्यों ,जमीनी स्तर पर जनकल्याण कारी सरकार दम तोड़ती योजनाओं ,गुणवत्ता विहीन शिक्षा,लचर स्वास्थ्य व्यवस्था,सड़क विहीन गांव,मूलभूत सुविधाओं की कमी,विभागीय कर्मचारियों की कमी,रोजगार का अभाव,जैसे विभिन्न समस्यायों के लिए राज्य सरकार,क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि विधायक व सांसद,विभागीय जिम्मेदारो द्वारा क्षेत्र की जनता के प्रति बरते गए उदासीन रवैया को जिम्मेदाराना ठहराते हुए अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
देश के आजादी के 75वा महोत्सव मनाया जा रहा है लेकिन आज पर्यंत तक बस्तर जिले के दूरस्थ जंगल गांव तक मूलभूत सुविधाएं , बिजली,सड़क ,स्वास्थ्य, शुद्ध पानी, शिक्षा, अस्पताल जैसे बुनियादी सुविधाएं देने में भाजपा एवं कांग्रेस की सरकार असफल रही है। इस का प्रमुख कारण विधानसभा में और मुख्यमत्री के केबिनेट में बस्तर के जनप्रतिनिधियों का कमजोर नेतृव है। इनकी मांगों जल्द समाधान नहीं होती है तो ग्रामवासियों के साथ जनपद, जिला मुख्यालय एवं चुने हुए जनप्रतिनिधि समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा।
इस दौरान मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष भरत कश्यप, बास्तानार ब्लाक अध्यक्ष रामलाल मण्डावी, जयमो बेंजाम,मंगीराम बेंजाम, मनोज साहू, मोहन मौर्य, धनसाय बघेल, दुलगो मुरामी, मुन्ना मुरामी, शंकर पोडियामी,मानू बेंजाम, मस्सू बेंजाम, शंकर बेंजाम,पोयको बेंजाम,धनी पोडियामी,सन्नू मुड़ामी, लक्ष्मण बेड़ता,समदार मुड़ामी,लखमू बेकाम,सुकराम मण्डावी, आस्सू मुरामी,पांडेय मुरामी,साईं बेड़ता,सोमो बेंजाम,बामे मुचाकी सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।