Russia-Ukraine War: राष्ट्रपति पुतिन को सता रहा खाने में जहर देकर ‘हत्या’ का डर.... राष्ट्रपति पुतिन ने जहर देने के खौफ के चलते 1000 पर्सनल स्टाफ को नौकरी से निकाला.....

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Russia-Ukraine War: राष्ट्रपति पुतिन को सता रहा खाने में जहर देकर ‘हत्या’ का डर.... राष्ट्रपति पुतिन ने जहर देने के खौफ के चलते 1000 पर्सनल स्टाफ को नौकरी से निकाला.....

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Russia-Ukraine War: रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने अपने पर्सनल स्टाफ के लगभग 1000 सदस्यों को बदल दिया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को डर था कि कहीं ये लोग उन्हें जहर न दे दें। उनकी जगह पर नए लोगों को भर्ती किया गया है। पुतिन को खाने में जहर देकर हत्या का शक है। हाल ही में खुफिया इनपुट के बाद से पुतिन काफी डरे हुए हैं। रूसी टीवी पर बोलते हुए व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि यूक्रेन से जंग शुरू होने के बाद रूस में उनके खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा सकता है। कुछ लोग देशद्रोही होते हुए उनके खिलाफ हत्या की साजिश रच सकते हैं।

 

बताया गया है कि पुतिन को खाने में जहर देकर मारने का शक है। उन्होंने कहा कि रूस में हत्या का सबसे आम तरीका जहर देकर मारना है। वैसे पुतिन के भोजन करने से पहले उसकी जांच की जाती है। हालांकि फिर भी पुतिन ने अपने पर्सनल स्टाफ के 1000 लोगों को पूरी तरह बदल दिया है। नौकरी से हटाने वालों में सुरक्षा गार्ड्स, कुक और निजी सचिव तक शामिल हैं। अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि चीन यूक्रेनी शहरों पर भीषण हमले कर रहे रूस को मदद मुहैया कराने का फैसला करता है, तो बीजिंग के लिए इसके कुछ निहितार्थ और परिणाम होंगे। 

 

दोनों के बीच करीब 110 मिनट वीडियो कॉल के जरिए बातचीत हुई। बातचीत में अमेरिका-चीन संबंध, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बाइडन ने रूस पर प्रतिबंध लगाने सहित उन उपायों के बारे में बताया, जिनका मकसद हमले रोकना और उनका जवाब देना है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने ये बताने से इनकार कर दिया कि अगर चीन रूस की मदद करता है, तो चीन को किन नतीजों को भुगतना पड़ेगा। चीन अब तक रूस की निंदा करने से बचता आया है।

 

लिंडसे ग्राहम ने कहा कि ऐसा किसी विदेशी सरकार द्वारा नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘क्रेमलिन के भीतर से इसका प्रयास होगा। रूसी खुफिया विभाग संभवतः एकमात्र ऐसा संस्थान बचा है, जो लोगों की हत्या के लिए उन्हें जहर देता है।’ जहर दिए जाने की घटनाओं को पहले क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) से जोड़कर देखा जाता था। क्रेमलिन के आलोचकों को नर्व एजेंट नोविचिक दिया जाता था। पुतिन के सबसे बड़े आलोचक एलेक्सी नवालनी को अगस्त 2020 में नोविचिक दिया गया था। लेकिन इलाज मिलने की वजह से वह जीवित बच गए थे। हालांकि, वर्तमान में वह रूस की एक जेल में बंद हैं।