UGC One Exam Policy: अगले साल से नहीं होगी नीट यूजी, जेईई मेन परीक्षाएं! जानिए आखिर क्या है, यूजीसी का नया प्लान...

UGC One Exam Policy: There will be no NEET UG, JEE Main examinations from next year! Know what is the new plan of UGC... UGC One Exam Policy: अगले साल से नहीं होगी नीट यूजी, जेईई मेन परीक्षाएं! जानिए आखिर क्या है, यूजीसी का नया प्लान...

UGC One Exam Policy: अगले साल से नहीं होगी नीट यूजी, जेईई मेन परीक्षाएं! जानिए आखिर क्या है, यूजीसी का नया प्लान...
UGC One Exam Policy: अगले साल से नहीं होगी नीट यूजी, जेईई मेन परीक्षाएं! जानिए आखिर क्या है, यूजीसी का नया प्लान...

UGC One Exam Policy:

 

सीयूईटी यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट, देश की न्यू एजुकेशन पॉलिसी का एक खास हिस्सा है. इसके जरिये यूनिवर्सिटीज में अब तक होने वाले मेरिट बेस्ड या एंट्रेंस टेस्ट बेस्ड एडमिशन प्रणाली को खत्म करके एक एग्जाम के स्कोर से एडमिशन दिए जाएंगे. (UGC One Exam Policy)

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट-अंडरग्रेजुएट (CUET-UG) में मर्ज कर रहा है. UGC के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार (M Jagadesh Kumar) ने बताया कि प्रस्ताव के अनुसार, तीन प्रवेश परीक्षाओं में चार विषयों – गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान के लिए उपस्थित होने के बजाय छात्र एक बार परीक्षा दे सकते हैं

और अध्ययन के विभिन्न क्षेत्रों के लिए योग्य हो सकते हैं. हायर एजुकेशन रेगुलेटरी आम सहमति को लेकर स्टेकहोल्डर के साथ विचार-विमर्श करने के लिए एक समिति तैयार कर रहा है.अगले साल NEET और JEE परीक्षा देने की सोच रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर है. यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) मेडिकल और इंजीनियरिंग की इन प्रवेश परीक्षाओं को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG) में मर्ज करने पर विचार कर रहा है. (UGC One Exam Policy)

सरकार का विचार सभी अंडरग्रेजुएट प्रवेश परीक्षाओं के लिए एक परीक्षा की नीति बनाने की है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि सरकार नेशनल इंजीनियरिंग और मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम्स को मौजूदा सीयूईटी में विलय करने की संभावना तलाश रही है.

यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द एक इंटीग्रेटेड एंट्रेंस एग्जाम शुरू करने पर विचार कर रही है. इसकी शुरुआत अगले साल से हो सकती है. उन्होंने कहा, हमारे पास मुख्यत: तीन बड़े एंट्रेंस एग्जाम हैं- NEET, JEE (Main) और CUET. इनमें बड़ी संख्या में छात्र शामिल होते हैं. इन तीनों परीक्षाओं का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए द्वारा किया जाता है. इसलिए हम सोच रहे हैं कि क्यों न सीयूईटी स्कोर का इस्तेमाल मल्टिपल डिसिप्लिन में एडमिशन के लिए किया जाए. (UGC One Exam Policy)

तीनों परीक्षाओं के लिए इस साल 4.3 मिलियन रजिस्ट्रेशन:

बता दें कि सीयूईटी देश की दूसरी सबसे बड़ी परीक्षा है. सीयूईटी 2022 में 1.49 मिलियन छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. NEET, JEE Main और CUET 2022 के लिए कुल 4.3 मिलियन रजिस्ट्रेशन हुए थे. (UGC One Exam Policy)

सीयूईटी स्कोर से तय होगा डिसिप्लिन:

एम जगदीश कुमार ने बताया कि प्रस्ताव के अनुसार, तीनों एंट्रेंस एग्जाम में चार विषयों- गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के लिए छात्रों को अलग-अलग परीक्षा नहीं देनी होगी. वे एक ही परीक्षा देकर विभिन्न डिसिप्लिन में एडमिशन ले सकेंगे. परीक्षा का स्कोर उनकी वांछित स्ट्रीम तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा कि वन एग्जाम पॉलिसी के बाद छात्रों को सिर्फ कोर सब्जेक्ट ही नहीं, अन्य कोर्स में भी एडमिशन का मौका मिलेगा. (UGC One Exam Policy)