अजीबोगरीब समस्या से जूझ रहा छत्तीसगढ़ का ये गांव, जन्म के कुछ साल बाद ही विकलांग हो जा रहे बच्चे, अब तक कोई नहीं जान सका वजह.....
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के कोयलीदामर में बच्चे एक अजीबोगरीब समस्या से जूझ रहे हैं तीन से चार वर्ष तक तो वे स्वस्थ रहते हैं, लेकिन उसके बाद वह धीरे-धीरे विकलांग होते जा रहे हैं।




बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के कोयलीदामर में बच्चे एक अजीबोगरीब समस्या से जूझ रहे हैं तीन से चार वर्ष तक तो वे स्वस्थ रहते हैं, लेकिन उसके बाद वह धीरे-धीरे विकलांग होते जा रहे हैं। गांव में लगभग आधा दर्जन बच्चों के साथ यह समस्या आ चुकी है जिससे न सिर्फ लोग भयभीत हैं बल्कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर यह हो क्या रहा है।
जिला मुख्यालय बलरामपुर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ग्राम पंचायत खड़िया डामर उसी का यह आश्रित ग्राम है कोयलीदामर यहां के कुछ बच्चों का जन्म कुछ साल पहले हुआ था जन्म के बाद लगभग 3 साल तक यह ठीक थे, लेकिन उसके बाद अचानक यह विकलांग होने लगे। स्थिति यह हो गई है कि बच्चे अब पूर्ण रूप से विकलांग हो गए हैं और दूसरों के सहारे पर चलने को मजबूर हैं।
परिजनों ने इनका इलाज छत्तीसगढ़ समेत दूसरे राज्यों में भी कराया लेकिन उसका कोई भी असर नहीं हुआ और गरीबी के कारण यह उन्हें उच्च इलाज नहीं दिला सके। गांव में पिछले कई सालों से यह समस्या बनी हुई है और लगभग आधा दर्जन बच्चे इस अजीबोगरीब बीमारी से ग्रसित है। गांव की मितानीन ने बताया कि बच्चों का जन्म अच्छा हुआ था कुछ साल तक वे ठीक भी थे, लेकिन अचानक से उनमें विकलांगता आ गई है। इस समस्या का क्या समाधान है किसी को समझ में नहीं आ रहा है और ग्रामीण भयभीत भी हो गए हैं ऐसे में उन्होंने इलाज के अलावा झाड़-फूंक का भी सहारा लिया है।
इस पूरे मामले में डॉ रामप्रसाद तिर्की का कहना है कि इस तरह की समस्या के कई कारण हो सकते हैं लेकिन गांव में जाकर इसका बेहतर तरीके से अध्ययन करके ही समस्या का पता लगाया जा सकता है वही इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर ने टीम भेजकर कैंप लगाने की बात कही है। गांव में हंसते खेलते बच्चे कब विकलांग हो जा रहे हैं ना तो उन्हें पता चल रहा है और नहीं उनके परिजनों को आखिर इस समस्या का समाधान कैसे निकलेगा।