बस्तर जिला मसीही समाज का संवैधानिक न्याय हक अधिकार के लिए तीन दिन होगा धरना प्रदर्शन : नरेन्द्र भवानी बोले मसीही समाज का संवैधानिक न्याय हक अधिकार के लिए 28 से 30 नवंबर तीन दिन का रहेगा धरना प्रदर्शन, छत्तीसगढ़ राज्यपाल व राष्ट्रीयपति भारत शासन के नाम दिया जाएगा ज्ञापन ...

बस्तर जिला मसीही समाज का संवैधानिक न्याय हक अधिकार के लिए तीन  दिन होगा धरना प्रदर्शन : नरेन्द्र भवानी बोले मसीही समाज का संवैधानिक न्याय हक अधिकार के लिए 28 से 30 नवंबर तीन दिन का रहेगा धरना प्रदर्शन, छत्तीसगढ़ राज्यपाल व राष्ट्रीयपति भारत शासन के नाम दिया जाएगा ज्ञापन ...
बस्तर जिला मसीही समाज का संवैधानिक न्याय हक अधिकार के लिए तीन दिन होगा धरना प्रदर्शन : नरेन्द्र भवानी बोले मसीही समाज का संवैधानिक न्याय हक अधिकार के लिए 28 से 30 नवंबर तीन दिन का रहेगा धरना प्रदर्शन, छत्तीसगढ़ राज्यपाल व राष्ट्रीयपति भारत शासन के नाम दिया जाएगा ज्ञापन ...

बस्तर जिला मसीही समाज का संवैधानिक न्याय हक अधिकार हेतू 28 से 30 नवंबर तीन दिवसीय होगा धरना प्रदर्शन जगदलपुर के मंडी प्रांगण मे, धरना पश्चात देंगे छत्तीसगढ़ राज्यपाल व राष्ट्रीयपति भारत शासन के नाम ज्ञापन - नरेन्द्र भवानी बस्तर जिला मसीह समाज

जगदलपुर मे बस्तर जिला मसीही समाज का 28 से 30 नवंबर तक तीन दिवसीय होगा धरना प्रदर्शन, जिले के ग्रामीण क्षेत्रों मे मसीही मानने वालों के साथ हों रहें गैर संवैधानिक कृत्य के विरुद्ध न्याय हक अधिकार हेतू होगा धरना प्रदर्शन चांदनी चौंक मंडी प्रांगण मे - नरेन्द्र भवानी / बस्तर जिला मसीही समाज

जगदलपुर : मामले मे बस्तर जिला मसीही समाज के मिडिया प्रवक्ता व छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक नरेन्द्र भवानी नें बयान जारी कर स्पष्ट रूप से कहा है कि कि बस्तर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों मे मसीही मानने वाले लोगो के साथ हों रहें अत्याचारो पर कोई कमी नहीं हों रही है, लगातार उनके खड़े फसलों कों लुटा जा रहा है, उनके घर जमीनों से भगाकर कवजा किया जा रहा, उनके जीवन यापन करने हेतू उनके व्यापार पर चोंट लगाया जा रहा है, समाजिक बहिष्कार किया जा रहा है, कई कई महीनों से राशन तक नहीं दिया जा रहा है, पेयजल पर भी रोक लगानें का कार्य किया जा रहा, संविधान मे मिले धार्मिक स्वतंत्रता अधिकारो कों कुचलते हुवे उन्हें अपने ही गिरजा घरों मे प्रार्थना तक करने नहीं दिया जा रहा है, ना महिला देखते है ना देखते है पुरुष, बुजुर्ग बच्चे तक नहीं समझा जा रहा है बैठक कर भीड़ कि शक्ल मे जानवरो जैसा मरा पीटा जा रहा है जो बेहद गंभीर विषय है, गैर कानूनी गैर संवैधानिक कार्य है, घटे घटनाओ पर पीड़ित द्वारा न्याय कि मांग करते हुवे संबंधित अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज करवा कार्यवाही कि भी मांग किया जाता बावजूद कार्यवाही मे भी लीपापोती का काम चल रहा है, ऐसी स्थिति मे आखिर मसीही समाज करें तो क्या करें।

भवानी नें आगे कहा है कि बस्तर जिले के अंतर्गत मसीही मानने वाले लोगो कों न्याय हक मिले, भारतीय संविधान का परीपालन जिम्मेदार अधिकारी करवाए, और इसीलिए बस्तर जिला मसीही समाज दिनांक 28 नवंबर से 30 नवंबर तक धरना प्रदर्शन पर बैठेगी एवं 30 नवंबर कों धरना पश्चात मान.राज्यपाल छत्तीसगढ़ व राष्ट्रीयपति भारत शासन के नाम द्वारा कलक्टर जिला बस्तर कों ज्ञापन सौंप न्याय हक अधिकार व कार्यवाही हेतू उक्त और विभिन्न मांग कों करेगी।

भवानी नें बताया है कि यह धरना प्रदर्शन संविधान मे मिले विरोध करने का अधिकार अनुसार भारत के नागरिक के रूप में, विरोध करने का हमारा अपना अधिकार भारत के संविधान नें 1950 के अनुच्छेद 19 के तहत हमको गारंटीकृत दो मौलिक अधिकारों से निकलता है - भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और बिना हथियारों के सार्वजनिक स्थान पर इकट्ठा होने का अधिकार मिलता है और अधिकार अनुरूप यह न्याय हेतू आंदोलन तय है जो होगा।