शबरी पर रेत खनन के नाम से मशीनों का प्रयोग तत्काल बंद हो - राजेश नाग

शबरी पर रेत खनन के नाम से मशीनों का प्रयोग तत्काल बंद हो - राजेश नाग

सुकमा के फंदीगुडा, कोंटा,केरलापाल और सुकमा में रेत खनन के नाम से बड़े बड़े मशीनों से खनन किया जा रहा है, मशीनों के द्वारा नदी पर काफी गहरा खुदाई कर रहे हैं जिससे मिट्टी का भी कटाव बारिश के दिनों में बढ़ेगा।।

एक ओर हमारे पर्यावरण को काफी क्षति हो रहा है, जिससे आने वाले समय में पानी का जल स्तर और भी नीचे चला जाएगा। गर्मी के दिनों में शबरी नदी पर पानी कम रहता है इस तरह रेत खनन कर ज्यादा खुदाई करने पर आने वाले दिनों में पानी का संकट जरूर मंडराने वाला है।

खनिज विभाग के द्वारा जहां का लीज दिया गया है, वहां न खनन कर दूसरे जगह पर खनन किया जा रहा है खनिज विभाग के अधिकारी द्वारा किसी भी नियमानुसार कोई भी कारवाई नहीं किया जा रहा है बस मामले का लीपापोती करने में लगे हैं।

पिछले बार भी हमने अवगत कराया लेकिन आज तक कोई भी उचित ठोस कारवाई नहीं हुई।

न ही रेत ठेकेदार के खिलाफ कुछ कारवाई हुई।

शबरी तट पर मशीनों के द्वारा सीना चिर कर रेत धड़ल्ले से रेत निकालकर दूसरे राज्यों में सप्लाई का कारोबार चल रहा है हमारे छत्तीसगढ़ राज्य में रेत का निर्वाह करें दूसरे राज्यों में क्यों।। गांव के मजदूरों के द्वारा रेत भरा जाए, तो उन्हें भी आमदनी व जीवनयापन का सुविधा बन जाएगा।।

 

 लेकिन प्रशासन भी ऐसा कोई ठोस कारवाई करने में सक्षम नहीं है। पर्यावरण व पानी की समस्यायों को ध्यान में रखते हुए मशीनों से रेत खनन पर तत्काल रोक लगाए,लीज पर न खोदकर दूसरे जगह खनन कर रहे हैं ऐसे ठेकेदार के खिलाफ तत्काल कारवाई होनी चाहिए। दूसरे राज्यों में रेत सप्लाई पर प्रतिबंध लगना चाहिए, जिससे यहां के आम नागरिक व यहां हो रहे निर्माण कार्यों पर अच्छे किमत पर रेत उपलब्ध हो सके, डिप्टी कलेक्टर पटेल सर को ज्ञापन सौंपा कर उन्हें अवगत कराया गया और उचित कारवाई की मांग भी की गई।।