CG VIDEO ब्रेकिंग: नदी-नाले उफान पर.... सड़क पर सैलाब.... पहली बारिश में ही बह गयी लाखों की सड़क…. कई गांवों से संपर्क टूटा…. मानसून ने खोल दी भ्रष्टाचार की पोल.... देखें VIDEO.....

CG VIDEO ब्रेकिंग: नदी-नाले उफान पर.... सड़क पर सैलाब.... पहली बारिश में ही बह गयी लाखों की सड़क…. कई गांवों से संपर्क टूटा…. मानसून ने खोल दी भ्रष्टाचार की पोल.... देखें VIDEO.....


रायपुर। पांच-छह दिनों से हो रही बरसात ने पहाड़ी-नदी नालों को सक्रिय कर दिया है। जिन गांवों, इलाकों से ये नदी-नाले गुजरते हैं वहां बाढ़ की स्थिति बन गई है। बारिश के बाद कोरबा की लीलागर नदी का जलस्तर खदान से पानी छोड़ने की वजह से बढ़ गया। रेकी मार्ग पर बने पुल से 4 फीट ऊपर पानी बह रहा था। इससे लोगों को आवाजाही में परेशानी हुई। लोगों ने कहा दीपका खदान से पानी छोड़ने से ही नदी का जलस्तर बढ़ जाता है। यहां बड़ा पुल बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। 

 

लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार करते रहे हैं। पोड़ी-उपरोड़ा ब्लाॅक मेें सर्वाधिक बारिश से जहां प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क की कई सड़के कट गयी, वही गुरसिया-टुनियाकछार मार्ग का 35 मीटर सड़क ही बह गया। बारिश के कारण सड़क के बह जाने से कई गांव का संपर्क टूट गया है। वहीं कटघोरा ब्लाॅक में 90.0 मिली मीटर बारिश होने से क्षेत्र के कई नदी-नाले उफान पर है। कटघोरा ब्लाॅक के हरदीबाजार-रैकी मार्ग पर लीलागर नदी घंटो देर तक उफान पर रही। पुल के करीब 3 फीट उपर से लीलागर नदी का तेज पानी बहता रहा। उफनती नदी के बीच लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार करने को मजबूर नजर आये। वहीं इस रिकार्ड बारिश का असर एसईसीएल की कोयला खदानों के साथ ही एसईसीएल की कालोनी में भी दिखा। 

 

सोमवार को हुई लगातार तेज बारिश के दौरान जहां एसईसीएल गेवरा खदान के कोल फेस मार्ग पर जल भराव के बीच खतरे में कोयला परिवहन किया जाता रहा, वही एसईसीएल दीपका के  प्रगति नगर कालोनी में बारिश का पानी घरो में घूस गया। कोरबा के पोड़ी ब्लाॅक में लगातार हुई रिकॉर्ड बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क को हुई है। कई सड़के जहां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है, वही क्षतिग्रस्त सड़को में गुरसिया-टूनियाकछार मार्ग का बड़ा हिस्सा पानी के तेज बहाव में बह गया।

 

मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के 12 जिलों में अनेक स्थानों पर वज्रपात की चेतावनी जारी की है। इनमें से 12 जिलों में इसकी अधिक संभावना है। इन जिलों में सरगुजा संभाग के सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर और बलरामपुर हैं। बिलासपुर संभाग के बिलासपुर और कोरबा में इसकी संभावना अधिक है। निम्न दाब का क्षेत्र दक्षिण झारखंड के ऊपर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों में गरज चमक के साथ भारी वर्षा होने तथा आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है।

 

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