CG बड़ी खबर: 17 हीरे लेकर घूम रहे 2 युवक हुए गिरफ्तार.... UP से चोरी के हीरे लाकर CG में बेचने की थी तैयारी.... फिर हुआ ये.... ऐसे पकड़े गए....




बिलासपुर। चोरी के हीरे बिक्री करने वालों पर पुलिस ने कार्यवाही की है। 02 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। हीरे 17 नग वजनी करीबन 80 सेन्ट किमती 72000 रूपये का जप्त किया गया है। मामला बिलासपुर जिले के थाना सिविल लाईन का है। आरोपीयों द्वारा चोरी के हीरों को खपाने के फिराक में ग्रहक की तलाश कर रहे थे। मुजफ्फरपुर उ0प्र0 से चोरी के हीरे लाते थे। एक आरोपी जांजगीर चांपा का प्रवीण राय पिता बेदीलाला राय उम्र 30 साल है, तो वहीं दूसरा सिविल लाईन का मनोज कुमार सारथी पिता लक्ष्मण प्रसाद सारथी उम्र 35 साल है।
नयाभारत को मिली जानकारी के मुताबिक 02 लोग चोरी के हीरे को रखकर बिक्री करने के फिराक में मंदिर चौक के पास घूम रहे थे। सूचना पर हमराह स्टाफ व गवाहान 01 समर बोरकर 02 संकल्प राठौर को धारा 160 जाफी का नोटिस देकर तलब कर हमराह साथ लेकर मुखबीर के बताये निशानदेही पर मंदिर चौक में घेरा बंदी कर संदेही 01, प्रवीण राय पिता बेदीलाला राय उम्र 30 साल निवासी सतनामी पारा कोटमीसोनार जिला जांजगीर चांपा 02 मनोज कुमार सारथी पिता लक्ष्मण प्रसाद सारथी उम्र 35 साल निवासी कस्तुरवानगर थाना सिविल लाईन बिलासपुर को पकड़ा गया।
पूछताछ कर प्रवीण राय का ममोरेण्डम कथन लिया गया जिसमें बताये कि 17 नग छोटे साइज के हीरे को एक व्यक्ति से लेना जिसमें से 07 नग हीरा को मनोज कुमार सारथी को देना एवं 10 नग को स्वयं रख कर दोनों बिक्री करने हेतु हीरे को रखकर ग्राहक का तलास करना बताये हीरों को पहचान व वजन कराया गया।
कुल 17 नग का वजन 80 सेन्ट व उक्त धातु का हीरा का होना एवं अनुमानित मूल्य 72000 रुपये का होना बताये जिनसे प्रमाण पत्र लिया जाकर उक्त संदेतीयों को हीरे को रखने व बिक्री करने के संबंध में धारा 91 जाफी का नोटिस जारी कर तामिल कराया जिसमें कोई दस्तावेज नहीं होना संदेहीयों द्वारा लिखित में दिया गया।
बाद उक्त 17 नग हीरा चोरी का होना माकूल पाये जाने आरोपी 01 प्रवीण राय से 10 नग हीरे जैसा चमकदार धातू छोटे साइज के एवं आरोपी 02 मनोज कुमार सारथी से 07 नग हीरे जैसा चमकदार धातू छोटे साइज के जुमला किमती 72000रू को पेश करने पर पृथक-पृथक गवाहों के समक्ष मुताबित जप्ती पत्रक के जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया। प्रकरण में आरोपीयों के खिलाफ अपराध सदर थारा सबूत पाये जाने से विधिवत् कायमी समय में गिर० किया गया। जिन्हें माननीय न्यायालय पेश किया जाता है।