उत्तराखंड राज्य के पहाड़ी लोगों का जीवन दयनीय है, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, बिजली और शिक्षा, ये पांचों मूलभूत सुविधाएं बेहद कमजोर हैं, डबल इंजन सरकार के सीएम धामी और उनके प्रशासनिक अधिकारी इस ओर उचित ध्यान क्यों नहीं देते?

The life of the hill people of Uttarakhand

उत्तराखंड राज्य के पहाड़ी लोगों का जीवन दयनीय है, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, बिजली और शिक्षा, ये पांचों मूलभूत सुविधाएं बेहद कमजोर हैं, डबल इंजन सरकार के सीएम धामी और उनके प्रशासनिक अधिकारी इस ओर उचित ध्यान क्यों नहीं देते?
उत्तराखंड राज्य के पहाड़ी लोगों का जीवन दयनीय है, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, बिजली और शिक्षा, ये पांचों मूलभूत सुविधाएं बेहद कमजोर हैं, डबल इंजन सरकार के सीएम धामी और उनके प्रशासनिक अधिकारी इस ओर उचित ध्यान क्यों नहीं देते?

NBL, 12/06/2024, Lokeshwar Prasad Verma, The life of the hill people of Uttarakhand state is miserable, water, roads, health, electricity and education, these five basic facilities are very weak, why don't CM Dhami of the double engine government and his administrative officers pay proper attention to this? पढ़े विस्तार से... 

उत्तराखंड राज्य के पहाड़ी लोगों का जीवन दयनीय है, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, बिजली और शिक्षा, ये पांचों बुनियादी सुविधाएं बेहद कमजोर हैं, सीएम पुष्कर धामी और उनके प्रशासनिक अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।इन पांचों मूलभूत सुविधाओं को असुविधा के साथ हमने अपनी आंखों से देखा है, पहाड़ी क्षेत्र के स्थानीय निवासी बीरबल सिंह कैंतरा जो स्थानीय समाजसेवी के रूप में कार्य करते हैं, उनके माध्यम से हमने कई पहाड़ी गांवों में जाकर इस भीषण जल संकट को देखा है, खासकर गर्मियों में इन पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों में जल संकट की बड़ी समस्या होती है जो अपने दैनिक उपयोग के लिए कई किलोमीटर पैदल चलकर पानी लाने जाते हैं, जिससे निजात दिलाना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।  क्योंकि देश की पीएम मोदी सरकार की पहली प्राथमिकता देश के हर ग्रामीण क्षेत्र के गांवों में स्वच्छ जल पहुंचाना है, जबकि उत्तराखंड खुद एक भाजपा शासित राज्य है और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी पीएम मोदी सरकार के काफी करीबी माने जाते हैं, ऐसे में सीएम धामी को और अधिक गति लानी चाहिए, उत्तराखंड राज्य की जल समस्याओं को लेकर जल्द से जल्द कार्य शुरू करना चाहिए, और अपने राज्य के आला अधिकारियों पर लगाम कसनी चाहिए जो बंद एसी कमरे में बैठकर चापलूसी कर रहे हैं और राज्य की जनता असुविधाओं से घिरी हुई है और यही मेरा अपना 100 प्रतिशत सर्वे कह रहा है, जो राज्य की जनता की चिंता है। यह दुखद है और यह बिल्कुल सच है।और कई पहाड़ी गांव में सरकार के माध्यम से पानी की सप्लाई की जा रही है लेकिन वह पानी पीने योग्य नहीं है लेकिन क्या करें मजबूरी में पहाड़ी क्षेत्र के निवासी इस गंदे पानी का उपयोग कर रहे हैं और अपने स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहे हैं उल्टी दस्त जैसी कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं जिस पर सरकार का स्वास्थ्य विभाग भी ध्यान नहीं दे रहा है और कई पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं वहां पर भी अनियमितताएं देखने को मिली है जिससे इन पहाड़ी लोगों के लिए जान माल का खतरा पैदा हो गया है कई स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर कमी है और अनेक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की कमी है और ऐसी कई असुविधाएं देखने को मिली है जिसे उत्तराखंड सरकार सीएम धामी को सुधारना चाहिए और स्वास्थ्य मंत्री को संज्ञान लेना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है और कमियां क्यों दिखाई दे रही हैं उन कमियों को पूरा किया जाना चाहिए। 

और ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए जो सरकार को बदनाम कर रहे हैं जो मुफ्त में सरकारी पैसा कमा रहे हैं और उत्तराखंड के निवासियों का बिगड़ता स्वास्थ्य नहीं देख रहे हैं जो भगवान के रहमोकरम पर हैं ऐसी कई कमियां इन पहाड़ी क्षेत्रों में देखी जा सकती हैं जो सरकार की कई जन कल्याणकारी योजनाओं को बर्बाद कर रही हैं उत्तराखंड की सरकारी मशीनरी स्थिति को और खराब करने में लगी हुई है यह एक ऐसी समस्या है जो आने वाले चुनावों में भाजपा के लिए विनाशकारी साबित होगी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को इसे जल्द से जल्द ठीक करना चाहिए। क्योंकि पुष्कर धामी जी खुद इसे विधानसभा चुनावों में देख चुके हैं, जिसे देखकर उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि उत्तराखंड का लोकतंत्र सरकार की नाकामियों से भी बदलाव ला सकता है।

उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय क्षेत्र का हर छोटा-बड़ा जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार में लिप्त है, और भ्रष्ट सरकारी अधिकारी व कर्मचारी उनका साथ देते हैं और सभी जन कल्याणकारी सरकारी योजनाएं कागज के पन्नों तक ही सीमित हैं, जमीनी स्तर पर इन योजनाओं की हकीकत कुछ और ही बयां करती है कि वहां की जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ ठीक से नहीं मिल पा रहा है, जबकि उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार है, केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा का शासन है, फिर भी यहां की जनता धोखाधड़ी का शिकार हो रही है और केंद्र व राज्य की योजनाओं के करोड़ों रुपए का दुरुपयोग स्थानीय जनप्रति निधि व सरकारी मशीनरी द्वारा किया जा रहा है, जिसे राज्य के सीएम पुष्कर धामी को समझना बहुत जरूरी है और इसे ठीक करना बहुत जरूरी है। अन्यथा आने वाले चुनावों में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है। 

क्योंकि लोकतंत्र को सुविधाओं की जरूरत होती है और अगर सुविधाएं नहीं मिलेंगी तो राज्य का लोकतंत्र परिवर्तन चाहेगा और सीएम धामी के राज में भाजपा को इन नाकामियों का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, यह कोई छोटी बात नहीं है, यह बहुत बड़ी बात है। इसलिए इन कमियों को लेकर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। बेहतर होगा कि सीएम पुष्कर धामी जी जागते हुए काम करें और यहां की सीएम धामी सरकार को बिना किसी सूचना के बंद एसी कमरे में सोकर समय नहीं बिताना चाहिए बल्कि सजग रहना चाहिए और अपने राज्य के लोकतंत्र का उचित ख्याल रखना चाहिए, नहीं तो हम सच लिखते रहेंगे और कमी दिखेगी तो बोलते रहेंगे क्योंकि हम आईना हैं, अच्छे बुरे का चेहरा दिखाते रहेंगे और इससे आपको जरूर फर्क पड़ेगा क्योंकि हमें सच लिखने की आदत है।

उत्तराखंड के हरिद्वार ऋषिकेश एवं अन्य पर्यटक स्थलों पर यातायात असुविधाएं, होटलों की मनमानी वसूली, गंगा किनारे असमाजिक तत्व लोगों के द्वारा जुआ खेलना, पर्यटक स्थलों पर अवैध शराब का कारोबार एवं फर्जी साधु संतों द्वारा धर्म के नाम पर लोगों को ठगना, शहर के अंदर ई-रिक्शा का अत्यधिक प्रयोग जिससे यातायात की समस्या उत्पन्न होना, उनके द्वारा यात्रियों से ठगी करना, दूरी के अनुसार एक निश्चित राशि वसूलने के लिए उचित दिशा-निर्देशों का न होना, गंगा किनारे किसानों का धरना देना एवं यात्रियों को असुविधा एवं ऐसे अनेक कारण हैं जिनके कारण अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों को उत्तराखंड राज्य में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है, जिसका प्रबंधन उत्तराखंड सरकार सीएम धामी एवं उनकी सरकारी मशीनरी द्वारा पूरी ईमानदारी से नहीं किया जा रहा है। 

वह पूरी तरह विफल नजर आ रही है। जिसमें सुधार लाना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए और सीएम पुष्कर धामी को पूरी तत्परता दिखानी चाहिए और अपने आला अधिकारियों को निर्देशित करना चाहिए कि जहां वास्तव में कमी है उसे ठीक करें और ध्यान दें। क्योंकि उत्तराखंड देवभूमि है, यह देश के हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है और देश से लाखों लोग यहां आकर यह अनुभव लेते हैं और अपने क्षेत्र के लोगों को यहां की अच्छी या खराब व्यवस्था के बारे में बताते हैं और इससे भाजपा को लोकसभा/विधानसभा चुनावों में इसका नफा-नुकसान दोनों होता है, इसलिए भाजपा शासित राज्य उत्तराखंड पर सीएम पुष्कर धामी सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि पीएम मोदी भारत को एक विकासशील देश बनाना चाहते हैं और यह तभी संभव है जब देश के लोकतंत्र में भाजपा शासित राज्यों से देश में एक अच्छा संदेश जाए।