Sex Workers ने बताया इस देश का सच.... 'शर्मिंदा हूं, लेकिन और क्या काम करूं?'.... 'कई बार पैसे नहीं देते हैं पुरुष'.... शरीर बेचकर पेट पालने को मजबूर....
Im embarrassed but what else should I do Sex workers told the truth of country




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डेस्क। ईरान की महिलाओं को अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए सेक्स वर्कर का काम करना पड़ रहा है। दिन में हेयरड्रेसर का काम करती हैं और रात में सेक्स वर्कर का। शरीर बेचकर वो अपना पेट पालने को मजबूर हैं। महिला का डाइवोर्स हो चुका है। साल 2012 में ईरान ने सेक्स वर्क के धंधे से निपटने के लिए एक नेशनल प्रोग्राम बनाया था। हालांकि एनजीओ और रिर्सचरों द्वारा मिले रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बावजूद सेक्स वर्करों की संख्या बढ़ती जा रही है। ईरान के संकीर्ण धार्मिक संस्थान लंबे वक्त से ऑफिशियली इस बात को कहते आ रहे हैं कि उनके देश में सेक्स वर्क नहीं होता है।
वहीं इन चर्चाओं पर अधिकारियों का कहना है कि युवाओं को बर्बाद करने के लिए पश्चिमी देशों ने ये प्लॉट डिजाइन किया है। ईरान की राजधानी तेहरान की रहनेवाली महिला कहती हैं- मैं सेक्स वर्कर के काम से बहुत शर्मिंदा हूं। लेकिन क्या मेरे पास कोई दूसरा ऑप्शन है? महिला ने कहा- मैं ऐसे देश में रहती हूं, जहां औरतों का कोई सम्मान नहीं है। अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है। और सभी चीजों की कीमतें लगभग हर दिन बढ़ती हैं। मैं अकेली हूं। बेटे का भी ख्याल रखना होता है। और अब मैं शहर के बाहरी इलाकों में एक छोटा सा घर लेना चाहती हूं। ये मेरे जीवन का कड़वा सच है कि मैं अपनी रूह बेचती हूं।
एक यूनिवर्सिटी की छात्रा महनाज भी पार्ट-टाइम सेक्स वर्कर का काम करती हैं। उसने कहा- पुरुष जानते हैं कि ईरान में सेक्स वर्क गैर-कानूनी है और इसके लिए महिलाओं को कड़ी सजा मिल सकती है। इसलिए पुरुष अपने फायदे के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। ईरान में अब जवान लड़कियां भी सेक्स वर्कर का काम करने लगी हैं। बताया गया कि साल 2019 में राजधानी तेहरान में करीब 10 हजार सेक्स वर्कर थे। जिनमें से लगभग 35 फीसदी शादीशुदा थीं। ईरान में महिलाओं के लिए जॉब के अवसर बहुत कम हैं और जेंडर इक्वालिटी ना होने की वजह से ज्यादातर महिलाएं गरीबी रेखा से नीचे हैं।
इसकी वजह से उन्हें पैसे के लिए सेक्स वर्कर का काम करना पड़ रहा है। साल 1979 में ईरान में इस्लामिक क्रांति हुई थी। नई सरकार आई। इसके बाद सेक्स वर्करों पर कार्रवाई होने लगी और वेश्यालयों को बंद करवा दिया गया। हालांकि महिला सेक्स वर्कर के वैध इस्तेमाल के लिए जवाज-अल-मुत्ता या 'प्लेजर मैरिज' का कांसेप्ट लाया गया। ये एक तरह का कॉन्ट्रैक्ट होता है। जिसमें महिलाओं को एक तय समय के लिए और तय कीमत पर अस्थाई वाइफ बना दिया जाता है।