घर के मुखिया के रूप में हम जो कर्म करते हैं, उसका प्रभाव हमारे घर के सदस्यों और हमारे आस-पास के वातावरण पर भी पड़ता है।

The actions we perform as the head of the household

घर के मुखिया के रूप में हम जो कर्म करते हैं, उसका प्रभाव हमारे घर के सदस्यों और हमारे आस-पास के वातावरण पर भी पड़ता है।
घर के मुखिया के रूप में हम जो कर्म करते हैं, उसका प्रभाव हमारे घर के सदस्यों और हमारे आस-पास के वातावरण पर भी पड़ता है।

NBL, 28/03/2023, Lokeshwer Prasad Verma, Raipur CG: The actions we perform as the head of the household have an impact on the members of our household and also on the environment around us.

घर की मुखिया जैसा भी कर्म करे अच्छे या बुरे उसका घर परिवार के सदस्यों में उसके अच्छे या बुरे उसका कर्म प्रभाव आपको देखने को मिल जाता है, यहाँ तक उसके इर्द गिर्द लोगों के प्रभाव भी वैसा बन जाता है, इसलिए अपने कर्म को सही और जनहित व सच्ची नियत, व धर्म संस्कृति के साथ अपना कर्म सही से करना चाहिए, हम इंसानो को इससे भी स्वक्छ राष्ट्र का निर्माण होता है, और चहु ओर राष्ट्र का विकास ही विकास आपको देखने को मिलेगा। हम इंसानो की चरित्र का अच्छा होना सभी धर्मो के इंसानो को एक दूसरे से जोड़ता है, देश में भाई चारे का स्थापना होती है। 

आप लोगों ने अक्सर अपने इर्द गिर्द के माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं, और आप सभी लोग मिलजुल कर शांति के साथ रहना पसंद करते हैं, इस लिए करते हैं, क्योकि आप अपने बच्चों को सही संस्कार देना पसन्द करते हैं, और इनसे आपके बच्चे बड़े व छोटे लोगों से सम्मान पूर्वक बात चित करते हैं, और विकास शील संयम के साथ आगे बढ़ते है आपके बच्चे और इसका श्रेय आप अपने घर के संस्कारवान परिवार या अपने इर्द गिर्द के अच्छे माहौल को देते है और ये कहने से आप नहीं थकते की हमारे गली मोहल्ला शहर व गाँव हमारा कितना सुंदर आदर्श नीति नियम से चलने वाले गाँव व शहर है हमारा जो सभी गाँव व शहर वासी अदब से बात करते हैं एक दुसरे लोगों को सम्मान देते हैं, क्या हिंदू क्या मुसलमान, क्या सिक्ख क्या ईसाई हमारे गाँव शहर गली में सभी मिलजुल कर रहते हैं, सभी धर्मो के लोग सुख दुख में एक दूसरे का साथ देते है, और यही अच्छे माहौल पुरा राष्ट्र चाहता है अपने बच्चों के विकास के लिए व राष्ट्र के विकास के लिए। 

आप अपने इर्द गिर्द में गलत मानसिकता व झगड़ालू प्रवित्ति वाले लोगों को आप पसन्द ही नहीं करते क्योकि इन जैसे लोगों से अपने घर के आस पास शांति भंग होने का खतरा बना रहता है। और अपने बच्चो में इसका गलत प्रभाव पड़ने का डर बना रहता है। क्योकि हम इंसान ज्यादा तर शांति मय जीवन जीना पसंद करते हैं, इस भाग दौड़ भरी दुनिया में। इसलिए आप उस एरिया में जाने से पहले उस एरिया का माहौल जानने का प्रयास करते है, उस जगह का आदत व्यवहार के बारे में आप सबसे पहले जानकारी लेते हैं, क्योकि आप वही खोज रहे हैं जो आप चाहते हैं अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए और ऐसा जिस दिन देश में हो गया मतलब आप समझ लो देश के तरक्की होना तय है। घर परिवार के कोई भी मुखिया ये नहीं चाहता की मेरे घर में चोर बदमास नशीले बाज व लड़ाई झगड़े करने वाले लोग बने, जो देश दुनिया में मेरा थू थू हो मेरा इज्जत का जनाजा निकाले और मै सर झुका कर चलु ऐसा कोई भी अच्छे संस्कार वान व्यक्ति नहीं चाहता, इसलिए तो हम इंसानो का धर्म है हमें जो अच्छे राह पर ले जाता है, हम इंसान धर्म के उस रास्ता में चलकर अपने घर परिवार को सही दिशा निर्देश देते हैं, इसलिए घर परिवार के मुखिया को आदर्श वान होना बेहद जरुरी है, अपने परिवार समाज के बेहतरी के लिए। 

आज आप ताजा उदाहरण देख रहे हैं उत्तर प्रदेश में अतिक अहमद जैसे दबंग डान जिसके एक समय में पुरा उत्तर प्रदेश में तुति बोलता था आज वही अतिक अहमद का पुरा परिवार बिखर गया है, और इसका दोषी स्वयं अतिक अहमद है और उनको संस्कार देने वाले मुखिया है, जो उनके गलत रास्तो को रोका टोका नहीं आज उनके पुरा परिवार जेल में है, और उनके द्वारा बनाई गई आशियाना को सरकार के द्वारा तहस नहस किया जा रहा है अतिक अहमद खुद तो बर्बाद हो गया साथ में पुरा अपने घर परिवार को भी बर्बाद कर दिया तो किस बात का डान जो अपने परिवार का सुरक्षा नहीं कर पाया, जो आनन्द व गर्व के साथ अपने घर परिवार में रहता अगर अच्छे संस्कार वान व्यक्ति होता और उस खुदा के रास्ते में सच्चे नियत से चलता तो आज अतिक अहमद का सम्मान होता आज उनके आँखों में डर साफ साफ दिखाई देता है क्योकि वह गुनाह किया है, उस खुदा के अच्छा बेटा नही है, जो व्यक्ति अपने धर्म को सच्चे दिल से मानता है वह व्यक्ति कभी गुनाह नहीं करता, बल्कि अपने समाज परिवार व दिन हिन लोगों की सेवा करता है, कातिल बन कर अपने धर्म के नाम पर ऐसा व्यक्ति कलंक है अपने समाज धर्म को बदनाम करते हैं, इन्ही जैसे लोगों के कारण उनके धर्म के अन्य लोगों को संदेह से देखा जाता है, देश के अन्य धर्मो के लोगों के द्वारा, जबकि यह अतिक अहमद अपने गुनाहों का जिम्मेदार स्वयं है यह उनके अपने निजी स्वार्थ था, ऐसे लोगों का कोई धर्म नहीं होता। 

आज इन्ही निजी स्वार्थ के वशिभूत होकर उत्तर प्रदेश पूर्व सीएम अखिलेश यादव ऐसे गलत लोगों के समर्थन में बात कर अपने अच्छे राजनीति भावी भविष्य को खतरे में डाल रहे क्योकि यादव जी के स्टेटमेंट उनके प्रदेश के लोगों के मनो में भ्रम पैदा कर रहे हैं, अखिलेश यादव जैसे नेता अतिक अहमद जैसे गुनाह गार का पक्ष क्यों ले रहा है, वाकई समाजवादी पार्टी इन जैसे गुंडे मवाली खौफ फैलाने वाले लोगों को कही पैदा तो नहीं कर रहे थे, इनके राजनीति सत्ता पावर से इन जैसे गुंडे मवाली का भरण पोषण व पनाह तो नहीं मिल रहा था इन गुंडों को, अखिलेश यादव के इस बयान से उनको खुद संदेह के घेरे में खड़ी कर दिया है उत्तर प्रदेश के जनता के द्वारा, जबकि यह कानूनी प्रणाली में है और कानून को देखना है अतिक अहमद के गुनाहों को बिना वजह अखिलेश यादव अपना क्रेज क्यों घटा रहा है, अपने प्रदेश के अंदर ऐसे इनके बोलने से उल्टा फ़ायदा सीएम योगी आदित्यनाथ व उनके बीजेपी को आने वाले लोकसभा चुनाव में मिलेगा, इसलिए यादव जी जरा सम्भल के बात किया करो अपनी पुरानी राजनीति को नया राजनीति बनाये, क्योकि पुरा राष्ट्र अमन शांति व विकास चाहता है। 

इसलिए आज उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ जी के बुल्डोजर का समर्थन करती है वहाँ का आवाम और गुंड्डा राज मुक्त यूपी और संपूर्ण राष्ट्र चाहता है, अब विकास के बारे में सोचो मेरे प्यारे देश के नेता गण लोग ये जाति धर्म की राजनीति अब देश में चलने वाली नहीं है, क्योकि आज देश के हर इंसान के खर्च बढ़ गया है उनके बारे में सोचो कैसे योजना बनाये देश के लोगों को खुशहाल जीवन देने के लिए करके, तब आप लोगों की राजनीतिक पटरी मे आपके राजनीतिक गाड़ी आगे बढ़ेगी। और अच्छे मुखिया बनो देश में अमन शांति और विकास लाओ देश के सभी ओर खुशियों का जाल बिछाओ रोटी रोजगार देने की बात कर देश के अंदर मानवता वादी का बीज बोओ और गुंडा गर्दी करने वाले लोगो को देश से पुरा हटाने की ओर आगे बढ़कर, आगे आये, क्योकि पुरा देश उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का बुल्डोजर को पसन्द करने लग रहा है, बिगड़े हुए लोगों को सही दिशा दिखा रहा है सीएम योगी आदित्यनाथ जी देश के हर प्रदेश में मुखिया को ऐसा ही होना चाहिए, जैसे हमारे बड़े बुुजुर्ग व पिता जी व मास्टर जी हम लोगों को अपने छड़ी से सुधारता था वही व्यक्ति आज देश में डाक्टर, इंजीनियर व कलेक्टर व बड़े बड़े पदों पर बैठा है, और सच्चे देशभक्त बन कर देश सेवा कर रहे हैं।