राशन दुकान में जमकर हुई चावल की हेराफेरी… हितग्राहियों को नहीं मिला अतिरिक्त चावल….
संदीप दुबे✍️✍️✍️




नयाभारत
संदीप दुबे✍️✍️✍️
सूरजपुर- जिले के रामानुजनगर ब्लाक अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत कृष्णपुर (कलूवा) के राशन दुकान में जमकर राशन घोटाला हुआ है। जिस हितग्राही को जानकारी थी उन्हें तो केंद्र द्वारा आवंटित चावल मिल गया पर सैकड़ों परिवार ऐसे हैं जिन्हें जानकारी ही नहीं थी इसका फायदा राशन दुकान संचालक ने उठाया और पूरा राशन आहरित कर लिया। इसमें खाद विभाग की भी मिलीभगत की बात सामने आ रही है।
बता दे की राज्य शासन द्वारा राशन कार्ड व सदस्य के अनुसार चावल तो दे रही है साथ ही केंद्र सरकार भी कोरोना काल से परिवार के प्रत्येक सदस्य के नाम पर 5 किलो चावल आवंटित कर रही है केंद्र सरकार मार्च 2022 से इस योजना को बंद करने वाली थी पर इसे सितंबर 2022 तक बढ़ा दिया गया है।
ज्ञात हो कि लोगो को जानकारी नहीं हो पाई इसका फायदा राशन संचालक मेलीनियम सिंह ने उठाया और कई महीनों के केंद्र सरकार द्वारा आवंटित 5-5 किलो चावल संचालक ने गायब कर दिया। कुछ महीनों का चावल हितग्राहियों को मिलने से हितग्राही खुश तो हो गए लेकिन कई महीना संचालक के द्वारा चावल नही दिया गया। इसका फायदा राशन दुकान संचालक ने उठाया और लाखों का चावल अपने पास रख गबन कर लिया।
हितग्राहियों को अतिरिक्त आवंटन चावल को तत्काल दी जानी चाहिए और संचालक के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए, लेकिन अधिकारी की मिलीभगत के कारण कार्यवाही नहीं होने से संचालक का हौसला बुलंद है। संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत से जो अतिरिक्त आवंटन चावल वितरण नहीं किए जाने पर खाद अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़ा हो रहा है गरीबों के हक के चावल की हेराफेरी में अधिकारियों व राशन दुकान संचालक से मिलीभगत का अंदेशा जताया जा रहा है।
फूड इंस्पेक्टर नहीं करते राशन दुकानों की मानिटरिंग…
आपको बता दें कि लगातार ग्रामीणों की शिकायत आ रही है कि फूड इंस्पेक्टर अधिकारी को राशन दुकान में नहीं आते अपना बंधा कमीशन को लेकर संचालक को खुली छूट देकर इस तरह के कारनामों को अंजाम दे रहे हैं जहां शिकायत होने के बाद भी ठंडे बस्ते में रख दिया जाता है और आखिर में राशन दुकान संचालक को क्लीन चिट दे देते हैं।