पाकिस्तान, श्रीलंका जैसे छोटे देश चीन देश से कर्ज लेकर कंगाल हो गए हैं और चीन दुनिया में महाशक्ति बनने के लिए बड़ा खेल खेल रहा है।
Small countries like Pakistan, Sri Lanka have become poor




NBL, 03/10/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Small countries like Pakistan, Sri Lanka have become poor by taking loans from China country and China is playing big game to become a superpower in the world.
चीन अपने आप में बड़ा ही चालाक देश है, इनके दिमाग लोमड़ी की तरह है, और रंग बदलने में गिरगिट की तरह है, पढ़े आगे विस्तार से....
चीन से जो भी देश कर्ज लिया है, उस देश का हाल अभी वर्तमान समय में बेहाल हैं, बेरोजगारी से महंगाई से और आर्थिक स्थिति से, इतना सब कैसे हो रहा है इन कर्जदार बना देश का हाल।
चीन उन देशों को कर्ज देता है, जिनके आर्थिक स्थिति कमजोर है, और खासकर उन देशों को कर्ज देता है, जो मानचित्र मे छोटा है, लेकिन वह देश बहुत से संसाधनों से सम्पन्न है, और इनका उपयोग चीन देश अपना कर सके।
जो देश अपने देश के विकास के लिए चीन देश से कर्ज लेते है, उनको चीन बड़े आसानी से कर्ज दे देते हैं, ज्यादा इनके कड़ी शर्ते नहीं होता, लेकिन इनके चालाकी को समझ नहीं पाते कर्ज लेने वाले देश की चीन हमें कैसे कंगाल बनायेगी और हम उनके कर्ज को कैसे अदा करेंगे जो चीन से मुक्ति मिल सके, लेकिन चीन के दिए कर्ज से मुक्ति कभी भी नहीं मिल पाता इसका भी कोई कारण है।
कारण यह है जैसे पाकिस्तान को चीन एक करोड़ रुपये कर्ज के रूप मे दिया वह भी बड़े आसानी से और पाकिस्तान सरकार बड़े ही खुश है, की चीन हमें कर्ज दे दिया करके चीन हमारे हितैषी हैं, हमारे देश व आवाम की विकास चाहती है, लेकिन चीन आपके विकास नहीं विनाश चाहते हैं, और वह कैसे अब हम बताने जा रहे हैं, अब आप पाकिस्तान एक करोड़ रुपए कर्ज लिए चीन देश से, लेकिन उस एक करोड़ रुपये का उपयोग आप स्वयं नहीं कर पाएंगे अपने आप से, जैसे आपने अपने देश मे डैम ( बांध) बनाने वाले है, और चीन को बोल दिए की यह कर्ज मै डैम (बाँध) बनवाने के लिए लिया हूँ, तो यहां पर चीन दखल देगा ठीक है बनाओ डैम ( बाँध) लेकिन इस डैम ( बाँध ) को हमारे लोग बनाएंगे हमारे पास अच्छे इंजीनियर है अच्छे ठेकेदार है और अच्छे वर्कर है, जो कम समय में आपके डैम बनकर तैयार हो जायेगा, कुछ ठेकेदार वर्कर आपके देश का भी रहेगा और कुछ रकम रुपिया कम पड़ गया तो हम और दे देंगे ऐसा चाल चलता है ड्रैगन चीन। यही से चीन का आर्थिक कूटनीति चालू हो जाता है।
फिर चीन अपने देश से रावमटेरियल, इंजीनियर, ठेकेदार, व बड़े मात्रा में वर्कर डैम बनाने के लिए उतारते है कम से कम 75% का हिस्सेदारी खुद चीन ले लेता है अपने कब्जे में और 25% कर्ज लेने वाले देश को मिलता है हिस्सेदारी उनके अपने इंजीनियर व ठेकेदार, वर्कर होते हैं, तो कहा से वह देश उन्नति कर सकता है, 1 करोड़ रुपये मे से 75 लाख तो खुद चीन ले गया अपने देश के लोगों के माध्यम से और 25 लाख रुपये मात्र रह गए आपके देश में तो बन गए ना आप कर्जदार।
अब जो देश चीन से कर्ज लिया और कर्ज चुकाने में असमर्थ है, उसका उपयोग तो चीन खुलकर करेगा जैसे पाकिस्तान भारत देश लगा हुआ है, और चीन को भारत देश को नुकसान पहुँचाने है तो पाकिस्तान को अपने इस काले कारनामे को करने के लिए उकसाते है, और एटॉमिक हथियार टेरर फंडिंग देकर पाकिस्तान से आतंकवादी भारत देश मे भेजते है चीन, और बदनाम होते है पाकिस्तान क्योकि उनके रास्ते से ही भारत आते हैं और इनके मुख्य कारण है चीन देश का कर्जदार होना ही इनके लिए बहुत बड़ी विवशता है। ऐसे कई प्रकार से चीन उपयोग करते है इन छोटे छोटे देश को कर्ज देकर और कर्ज के तले दबाकर ऐसे घिनौंने कृत्य करवाते रहते हैं, चीन।
सही मायने में पब्लिक सर्वे किया जाय तो इन देशों के नागरिको मे एक दर्द है, अगर आप पाकिस्तान के नागरिको से सवाल करते है, भारत देश आप लोगों के लिए कितना अच्छे देश है, तो पाकिस्तान के आवाम यही कहती है, की हिंदुस्थान हमारे लिए बेहद प्यारे देश है हमारे भी मन करता है, की भारत देश जैसे हमारे पाकिस्तान भी तरक्की करें यहाँ भी भारत सरकार जैसे स्ट्रांग डिसीजन लेने वाले सरकार होनी चाहिए पीएम मोदी जैसे और अमेरिका से भी नहीं डरती भारत और रूस से अपने दम पर तेल खरीद रही है, और शांति का भी पाठ पढ़ाती है भारत सुपर पावर देशों से आँख में आँख मिलाकर बात करती हैं भारत आज हर क्षेत्र में विकास कर रही है।
वहा की आवाम सुख शांति से रह रही है, ऐसा बोलते है पाकिस्तान के आवाम। जबकि हम दोनों मुल्क को अंग्रेजों के गुलामी से स्वतन्त्रता एक साथ मिली और आज भारत कहा से कहा पहुँच गए और हम पाकिस्तान आज भी वही घिसी - पीटी जिंदंगी जी रहे है, आज हमारे पाकिस्तान कर्ज के तले दबे हुए हैं। और पाकिस्तान से कही ज्यादा मुस्लिम भारत देश में रहते है, हम पाकिस्तानी वहा जाने के लिए तरसते हैं, ताकि हम लोग भी दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद व भारत के अन्य खूबसुरती को देख सके क्यों अलग मुल्क चाहे भारत से अलग क्यों हुए हमारे बुजुर्गो ने ये सब करके सही नहीं किया ऐसे कोसते है पाकिस्तान के आवाम।
आज हिंदुस्तान का तारीफ पाकिस्तान के आवामो के द्वारा खुलकर हो रही है, हकीकत मे आज पाकिस्तान कर्ज के तले दबे हुए है, वहा की आवम बहुत ही दुख तकलीफो मे जीवन यापन कर रहे है, और वहा की सरकार के पास इस कर्ज से उबरने के लिए कोई नया फार्मुला नहीं है, फिर भी कश्मीर मुद्दे पर अपने दुश्मनी जाहिर करते हैं हिंदुस्तान से ये क्या मजबूरी है, और कौन मजबूर कर रहे हैं, पाकिस्तान को ये तो पाकिस्तान ही जान सकता हैं, लेकिन पाकिस्तान को अपने आवाम का चिंता करना चाहिए, और उनके हित के लिए हिंदुस्तान की ओर अपने भाईचारे का रास्ता अख्तियार करनी चाहिए ताकि दोनों मुल्को के लोगों का भला हो सके। नफरत से कोई रास्ता नही बनता, पाकिस्तान को केवल और केवल आगे बढ़ा सकता है तो वह है इंडिया, क्योकि वह भी हिंदुस्तान का एक हिस्सा है, वहा के लोग सब अपने ही है।